Parent And Child Relationship: बच्चे का ख्याल रख अपने रिश्ते को बनाएं प्रगाढ़

Parent And Child Relationship: बच्चे का ख्याल रख अपने रिश्ते को बनाएं प्रगाढ़

आपने किसी ना किसी को कभी ना कभी ऐसा कहते ज़रूर सुना होगा की “अगर आपको अपने बच्चों के साथ अच्छा जुड़ाव बनाना है तो आपको उसके साथ थोड़ा वक़्त ज़रूर बिताना पड़ेगा”’। पर आजकल के व्यस्त जमाने में किसी के पास इतना भी समय नहीं रहता की वो अपने बच्चे के साथ भी थोड़ा वक़्त बिता पाए इसलिए बच्चे का Relationship with Parents अच्छा नहीं रहता है। इसी कारण से आजकल के बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और वास्तविक दुनिया के बजाय अपनी ही बनाई एक छद्म दुनिया में जीने लग जाते हैं।

ऊपर का पैराग्राफ पढ़ कर एक पैरेंट्स के दिमाग में बहुत सारी बातें घूमने लगती है की अपने व्यस्त जीवन से कैसे समय निकालने और अपने बच्चे के साथ आखिर कितना समय बिताएं की Father Son Relationship या माँ के साथ उनके बच्चे का रिश्ता खुशनुमा रहे और बच्चे का विकास भी किसी भी तरह से प्रभावित ना हो।

बच्चों के साथ अपना Quality Time बिताने का भी अपना अलग तरीका होता है। आप बच्चों के साथ समय बिताते समय बच्चों से बाते करें, उसके साथ अलग अलग प्रकार के इनडोर और आउटडोर गेम्स खेलें। इस दौरान आप अपने बच्चों की हौसला अफजाई करें और उसे और ज्यादा बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों का भूल कर भी मजाक ना उड़ाएं और ना ही उन्हें किसी बात के लिए हतोत्साहित करें। ऐसा करने पर बच्चे उस कार्य को दोबारा करने में संकोच करेंगे और हमेशा यही सोचेंगे की लोग उन पर फिर से हसेंगे।

जब आप अपने बच्चे की सिर्फ कमियों की बात करेंगे तो इससे बच्चे के ग्रोथ पर बुरा असर पड़ेगा और इसके साथ साथ आपके और उनके मध्य का रिलेशन भी कमजोर होता चला जायेगा। तो चलिए आज के लेख में इसी विषय पर जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण तथ्य। पढ़ते हैं Parent And Child Relationship.

Parent And Child Relationship: कैसा हो आपका और आपके बच्चों का रिश्ता?

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बच्चे और माँ बाप के बीच एक ऐसा रिश्ता होना चाहिए की जिसमे दोनों के मध्य बिताया जाने वाला समय कुछ ऐसा हो जिसमे बच्चा खूब आनंदित महसूस करें। अगर वो गलतियां भी करें तो उसे सकारात्मकता के साथ सिखाने की कोशिश करें ना की उसे डांट कर या फिर हतोत्साहित करते हुए समझाएं।

कुछ ऐसे बना रहे Mata Pita और बच्चे का जुड़ाव

  • आज के जमाने में Pita Putra या पैरेंट्स बच्चे के रिश्ते में सबसे अजीब यह हो गया है कि माँ बाप अपने बच्चों की बातें समझने के बजाय उसे अपनी बातें समझाने लग जाते हैं।
  • एक बच्चे की जिंदगी में माँ बाप के रिश्ते की बहुत अलग सी अहमियत होती है है। ख़ास कर पिता के कारण बच्चे की सामाजिक जिंदगी निश्चित होती है।
  • जो माँ बाप Time for Kids नहीं निकाल पाते और उनके साथ बहुत कम समय बिताते हैं, उन्हें अपने बच्चों को अच्छी प्रकार से समझना चाहिए और फिर बच्चे की आवश्यकता के अनुसार उनकी परवरिश करनी चाहिए।
  • बच्चों की परवरिश में बच्चे की हर ऐक्टिविटी की उनके पैरेंट्स को अच्छे से जानकारी होनी चाहिए।

सन्डे को बनाएं फंडे

  • अगर बात Father and Son Relationship की करें तो एक पिता अपने बच्चे के लिए किसी सुपर हीरो की तरह होता है।
  • बच्चे अपनी हर आकांक्षा की पूर्ती अपने पिता के जरिये करवाना चाहते हैं, वो आकांक्षा अच्छे खिलौने की हो या फिर अच्छे कपड़े की या फिर कहीं घूमने जाने की.. हर सपना पिता से जुड़ा होता है।
  • हर पिता का यह प्रयास होना चाहिए कि वो अपने बच्चे की बेहतर भविष्य के लिए प्रयासरत रहे पर अकसर देखा जाता है की पिता व्यस्त रहते हैं और अपने बच्चे के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं।
  • ऐसे में आपको अपने बच्चे के लिए वक़्त निकालना ही पड़ेगा। आप रोजाना अपने बच्चों के जागने से पहले जब काम पर निकल जाएंगे और उसके सो जाने के बाद घर आएंगे तो उनके साथ समय नहीं बिता पाएंगे।
  • ऐसे में कोशिश करें की आप कभी जल्दी घर आ कर Quality Time with Family ज़रुर बिताएं।
  • फिर भी अगर आपको समय ना मिले तो आप संडे का फायदा उठायें। इस दिन आप अपना पूरा समय अपने बच्चे को दें। उनके साथ खेलें, कहीं आउटिंग पे चले जाए।
  • आप अपने व्यस्त दिनचर्या में भी संडे का इस्तेमाल कर के कुछ इस प्रकार कर सकते हैं अपने बच्चे की बेहतर परवरिश।

एक्स्ट्रा केयर भी करना हो सकता है नुक़सानदेह

  • जब पैरेंट्स बहुत ज्यादा व्यस्त रहते हैं तो वो छुट्टी के दिन जब अपने बच्चे से मिलते हैं तो उनका कुछ ज्यादा हो केयर करते हैं। पर आपको ध्यान रखना चाहिए की बहुत ज्यादा केयर भी बच्चे के लिए अच्छा नहीं होता है।
  • Father and Son के रिश्ते को अच्छा करने के लिए जब आप एक ही दिन बहुत ज्यादा केयर कर लेना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति पर मनोवैज्ञानिक कहते हैं पिता के एक्स्ट्रा केयर से बच्चे माँ को इग्नोर करने लग जाते हैं।
  • बच्चे ऐसा सोचने लगते हैं की माँ से ज्यादा अच्छे से पापा उनको समझते हैं और वे अपनी मां की सुनना कम कर देते हैं।
  • आगे चलकर ठीक से पढ़ाई नहीं करने और जिद्दी हो जाने की समस्या भी बच्चे में इस कारण से देखी जाने लगती है।

हमेशा बच्चे से कनेक्टेड रहें

  • माँ घर में हो तो वो अपने बच्चे से हमेशा कनेक्टेड रहती है पर पिता को भी अपने बच्चे से कनेक्टेड रहना चाहिए, इससे Father Son Relationship प्रगाढ़ होता है।
  • इसके लिए उन्हें छुट्टी वाले दिन स्पेशल ट्रीट कराने के बजाय फोन के माध्यम उससे हर रोज बात करनी चाहिए। अपने व्यस्त जीवन से समय निकाल कर वीडिओ कॉल के जरिये उससे कनेक्टेड रहना चाहिए।
  • बच्चे की एक्टिविटी के बारे में जानकारी लेते रहना चाहिए जिससे बच्चे को ऐसा लगे की उसके पापा उसके एक्टिविटी में इंट्रेस्ट लेते हैं।

तो ये थे Parent Child Relationship पर कुछ महत्वपूर्ण बातें जिन्हे फॉलो कर आप अपने बच्चे के साथ अपना रिश्ता हमेशा मजबूत बनाये रख सकते हैं और इसके माध्यम से आप अपने बच्चे के चहुमुखी विकास में भी योगदान दे सकते हैं। ऐसा करने से आपका बच्चा बड़ा हो कर भी बहुत साकारात्मक जीवन जियेगा और उसे किसी प्रकार की मानसिक समस्या कभी नहीं होगी।

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