Ujjayi Pranayama: थायरॉइड या ब्रोंकाइटिस की समस्या में फायदेमंद, जानिए विधि

Ujjayi Pranayama: थायरॉइड या ब्रोंकाइटिस की समस्या में फायदेमंद, जानिए विधि

योग में कई सारे आसन और विधि होती है। हर आसन का हमारी सेहत को स्वस्थ रखने के लिए अलग अलग कार्य होता है। आज के लेख में हम आपको उज्जयी प्राणायाम के बारे में बता रहे है।

उज्जयी प्राणायाम को अंग्रेजी में विक्टोरियस ब्रीथ कहा जाता है। क्योंकि उज्जयी का अर्थ होता है विजय। इस प्राणायाम का अभ्यास करके हम अपनी साँसों पर विजय पा सकते है।

वही कुछ लोग इसे ओशन ब्रीथ भी कहते है, क्योंकि इसे करते वक्त समुद्र के सामान ध्वनि आती है। इस आसन में नाक से ही सांस ली जाती है और नाक से ही सांस छोड़ी जाती है।

यह प्राणायाम आपके शरीर से दूषित और जहरीले पदार्थ बाहर निकालने का कार्य करता है। सब शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते है, तो आपका शरीर स्वस्थ होता है। तो चलिए आज के लेख में विस्तार से जानते है Ujjayi Pranayama in Hindi.

Ujjayi Pranayama in Hindi: जानिए इसे करने का तरीका और लाभ

Ocean-Breath

उज्जयी प्राणायाम को करने की विधि

  1. इस प्राणायाम को करने के लिए सर्वप्रथम किसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाये।
  2. अब अपने शरीर को पूर्ण तरीके से शिथिल कर लें।
  3. सामान रूप से श्वास लें और छोड़े और थोड़ी देर पश्चात अपना ध्यान गले पर केन्द्रित के।
  4. ऐसा अनुभव करने की कोशिश करे की श्वास गले से आ-जा रही है।
  5. जब श्वास धीमा और गहरी हो जाए तो कंठ-द्वार को संकुचित करें।
  6. ऐसा होने पर जब भी आपके गले से साँस आएं और जाएं, तब उससे धीमी सी आवाज़ होनी चाहिए।
  7. अब आपकी साँसे लंबी और गहरी होनी चाहिए।
  8. जिन लोगो को ज्यादा देर बैठने में परेशानी होती हो वे लोग उज्जायी प्राणायाम को लेटकर या फिर खड़े होकर भी कर सकते है।

थायरॉइड और ब्रोंकाइटिस समस्या

  • जिन लोगो को थायरॉइड या ब्रोंकाइटिस की समस्या है वे लोग अपने दवा के इलाज के साथ साथ उज्जायी प्राणायाम का अभ्यास भी जारी रखे।
  • इसे रोज करने से शरीर के सारे टॉक्सिन निकल जाते हैं, और श्वास प्रक्रिया बेहतर होती है।
  • इससे हार्मोनल संतुलन भी सुधरता है। जो लोग उपरोक्त समस्या से जल्दी निजात पाना चाहते हैं वे इस प्राणायाम का अभ्यास जरूर करे।

अनिद्रा की समस्या से छुटकारा

  • क्या आप नींद ना आना अर्थात अनिद्रा की समस्या से पीड़ित है?
  • तो सोने से पहले शवासन में उज्जयी प्राणायाम का अभ्यास करें।
  • कुछ ही हफ्तों में यह आपको अनिद्रा से छुटकारा पाने में मदद करता है।

उज्जयी प्राणायाम के अन्य फायदे

  1. उज्जयी प्राणाया शरीर के सातों धातुओं के विकारों को हटाता है: रक्त, हड्डी, मज्जा, वसा, वीर्य, त्वचा और मांस।
  2. यह प्राणायाम हाई बीपी अर्थात उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए उपयोगी होता है।
  3. आत्मिक स्तर पर इस प्राणायाम का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। यह आपके मन को शांति भी प्रदान करता है।
  4. इसे नियमित करने से पाचन क्रिया सुधरती है और यह श्वसन प्रणाली को भी सेहतमंद बनाने में मददगार है।
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