उच्च रक्तचाप से निदान पाने का आसान तरीका है योगासन

उच्च रक्तचाप से निदान पाने का आसान तरीका है योगासन

आज की तारिक में पूरी दुनिया में ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या बन गयी है। यह शरीर में छुपे एक खतरनाक दुश्मन की तरह है। व्यस्थित खान पान की कमी और नमक का अत्यधिक प्रयोग इस रोग का मुख्य कारण है।

ब्लड प्रेशर दो प्रकार के होते है जिसे उच्च रक्चचाप और निम्न रक्तचाप कहा जाता है। लौ ब्लड प्रेशर की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर के रोगियो की संख्या अधिक देखने को मिलती है। आज हम आपको इसी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां देने वाले है।

इस बीमारी के बारे में डॉक्टर की सलाह के बाद या जांच के बाद ही पता चलता है। इसके कोई साफ़ लक्षण आम लोगों को पता नहीं होने के कारण बहुत से लोग काफी दिनों तक इस रोग के शिकार रहते हैं और धीरे-धीरे यह एक बड़ा रूप ले लेता है। अगर आपको बहुत तेज़ सिर दर्द, नाक से खून निकलना, चक्कर आना, उलटी, भ्रम तथा धुंधला दिखना जैसे लक्षण नजर आते है। तो यह हाई ब्लड प्रेशर के कारन भी हो सकता है। ऐसी कोई परेशानी होने पर इसे नजरअंदाज न करें। आज हम आपको बता रहे है Yoga Exercises for High Blood Pressure.

 

Yoga Exercises for High Blood Pressure: जाने इसे करने के तरीके

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अनियंत्रित लाइफस्टाइल के कारण आज हर कोई हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान रहता है। समय पर भोजन न करना, फ़ास्ट फ़ूड का अधिक सेवन, अत्यधिक टेंशन, वर्कलोड, व्यायाम की कमी, योग से दुरी आदि के कारण हमने अपने शरीर को कमजोर बना लिया है। जिसके परिणाम स्वरूप आज कम आयु के व्यक्तियों में भी यह रोग जन्म लेने लगा है। आइये जानते है High Blood Pressure Causes.

  • अधिक मोटापा होना
  • छोटी-छोटी बातों पर टेंशन ले लेना
  • नमक का अत्यधिक उपयोग करना
  • हार्मोन की कमी हो जाना
  • बढ़ती उम्र भी है कारण
  • नर्वस सिस्टम की गतिविधियों में असंतुलन होना
  • बदलती जीवन शेल्ली भी इसका एक कारण है
  • अनुवांशिक अर्थात परिवार के किसी सदस्य का इस रोग से पहले से पीड़ित होना
 

योगासन के जरिये करें उच्च रक्तचाप से बचे

 

शीतली प्राणायाम

शीतली प्राणायाम शरीर में ठंडक पहुँचाने में मदद करता है, इसलिए इसे कूलिंग ब्रेथ के नाम से भी जाना जाता है। यह करने में बहुत आसान होता है और इसे सभी प्राणायामो के अंत में किया जाता है। इस प्राणायाम को करने से पहले आप अनुलोम-विलोम कर लें। इस प्राणायाम को करें, आइये जाने इसे करने की विधि-

  • सबसे पहले आप जमीन पर दरी बिछा लें और आलकी-पालकी करके के बैठ जाएं।
  • ऐसा करते समय आपकी कमर, पीठ, रीढ और गर्दन एक सीध मे होना चाहिए।
  • अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
  • यह योग करते समय आप अपनी आंखों को बंद करें और शांत भाव से बैठे रहे।
  • इसके बाद अपनी जुबान को बाहर की ओर निकालें और जीभ के किनारों को ऊपर की तरफ उठाकर मोड़ लीजिए।
  • ऐसा करने से आपकी जीभ अर्ध गोल नली की समान बन जाएगी।
  • अब लंबी व गहरी सांस खींचते हुए पेट से गले तक हवा को भर लें।
  • अब अपनी जुबान को अंदर करके अपने मुंह को बंद कर लें। जितनी देर हो सकता है, उतनी देर तक एैसा करें।
  • इसके बाद गर्दन को आगे की तरफ करते हुए जबड़े को छाती से लगा लें अर्थात जालंधर बंध बना लें।
  • अब सांस को रोकते हुए जालंधर बंध को निकालकर गर्दन सीधी कर लें।
  • अंत में नाक से सारी हवा बाहर निकले, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सांस छोड़ने की गति लेने की गति से ज्यादा होना चाहिए।
 

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शवासन

दिनभर काम की भागदौड़ के बाद शरीर की हालात बेहद लस्त हो जाती है। मानों जैसे कोई मुरझाया हुआ फूल। शवासन एक ऐसा आसान है जो आपके शरीर के सभी अंगो में रहत और फुर्ती का संचार करता है। साथ ही यह उच्च रक्चचाप के रोगीओं के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। जाने इसे कैसे करते है।

  • इसे करते समय आपको रिलैक्स महसूस करना है इसलिए साफ़ जगह को चुने।
  • अब अपनी पीठ के सहारे लेट जाएं और ध्यान रखे कि इस अवस्था में आपके पैर ज़मीन पर बिल्कुल सीधे होने चाहिए।
  • अपने दोनों हाथों को शरीर से कम से कम 5 इंच की दूरी पर रखें।
  • हाथों को इस तरह रखें कि दोनों हाथ की हथेलियां आसमान की दिशा में हो।
  • अब शरीर के हर अंग को आपको ढीला छोड़ना है और आँखों को भी बंद रखना है।
  • इसके बाद हल्की-हल्की साँसे लें और इस वक्त आपका पूरा ध्यान साँसों पर होना चाहिए। मन में दूसरे किसी भी विचार को आने ना दे।
  • इस आसान को करते वक्त, यदि आपको कमर या रीढ़ में किसी प्रकार की परेशानी मेहसूस होती है, तो आप घुटने के नीचे कम्बल या तकिया रख सकते हैं।
 

अंग-संचालन

इस क्रिया को करने से दिल की धड़काओ को नियंत्रित किया जा सकता है, साथ ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा भी मिलता है। इसे करने के लिए आपको कुछ खास नहीं करना होता है बस आप अपने शरीर के अंगो जैसे उंगलियों को आगे पीछे करना, गर्दन को घुमाना, पंजो को मुड़ना आदि इसके अन्तर्गत आते है।

 

आज हमने आपको बताया Yoga Exercises for High Blood Pressure in Hindi. यह सभी योग आसन उच्च रक्तचाप के साथ-साथ अन्य रोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है।  इसलिए योग अपनाएं निरोगी काया पाएं।

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