अधिकतर लोग रात में सोते वक्त जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं। सोते वक्त कई लोगों के मुंह से एक विशेष तरह की खर्र-खर्र की आवाज निकलती है इसे ही खर्राटे कहा जाता है।
यह समस्या महिला और पुरुष दोनों में देखने को मिलती है। लेकिन महिला की तुलना में यह पुरुषों में ज्यादा होती है।
हमारे देश में एखाद ही कोई ऐसा घर होता होगा, जिसमें कोई एक व्यक्ति खर्राटे न भरता हो। और खर्राटे लेने वाला व्यक्ति खुद चैन की नींद सो लेता हैं लेकिन उनके आसपास के लोगों की रातों की नींद ख़राब हो जाती है।
लेकिन आपको बतादे की खर्राटों का आना आम नहीं बल्कि गंभीर समस्या है। इससे आपको कई बार लोगों के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है। योग से इस समस्या से निजात पा सकते है। आइये जाने Yoga for Snoring कौनसे है?
Yoga for Snoring in Hindi: योग से पाएं खर्राटों से छुटकारा
खर्राटों के समाधान से पहले इसके होने के कारणों पर गौर करले:-
खर्राटों को लेकर कहा जाता है कि सोते वक्त जब गले का पिछला हिस्सा संकरा हो जाता है और ऑक्सीजन उस रास्ते से होकर जाती है तब आसपास के टिशू वाईब्रेट होने लगते हैं जिससे खर खर की आवाज आती है।
किन्तु योग का अभ्यास करके आप खर्राटे की इस गंभीर समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। केवल आधे महीने के अभ्यास में ही आपकी खर्राटे की समस्या कम से कम 50 प्रतिशत खत्म हो जाएगी।
भ्रामरी प्राणायाम
- भ्रामरी प्राणायाम खर्राटे की समस्या से निजात पाने के लिए सबसे प्रभावी आसन माना गया है।
- इस आसन को नियमित करने से और भी कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।
- भ्रामरी प्राणायाम कैसे करते है वो आप इस लिंक पर क्लिक करके जान सकते है।
ऊँ गुंजन ध्यान
- खर्राटों से निजात पाने के लिए ऊँ गुंजन ध्यान का अभ्यास रोज 10 मिनट तक करें।
- इसे करने के लिए सुखासन में बैठ जाएं और आंखें बंद करें।
- दोनों हाथ ज्ञान मुद्रा में रखें और लम्बी गहरी सांस लेते हुए ऊँ का उच्चारण करें।
- इस ध्यान को करते वक्त निकलने वाली ऊँ की ध्वनि से मस्तिष्क की सुप्त शक्तियां जागृत होती हैं।
- ऊँ मंत्र का उच्चारण कंठ से होने पर इसका प्रभाव हृदय पर पड़ता है, जिससे रक्त शुद्ध होता है और समस्त स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव पढ़ता है।
सिंहासन
- सिंहासन नाम में ही जब इतनी शक्ति है तो सोचिये की इसके फायदे कितने होंगे।
- सिंहासन की मदद से भी खर्राटे दूर हो सकते हैं।
- इसे करने के लिए सबसे पहले घुटने के बल बैठें और दोनों हथेलियों को पैरों के बीच में सीधे रखें।
- अब मुंह बंद कर गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए पूरा मुंह खोलें और जितनी हो सके उतनी जीभ निकालें।
- जिस दौरान सांस बहार निकालते है उस उस वक्त सिंह की तरह दहाड़ें।