सर्दी ज़ुकाम एक प्रकार की संक्रामक समस्या होती है। जो एक से दूसरे को आसानी से हो जाती है। सर्दी ज़ुकाम होने के कई कारण हो सकते है। खास कर यह सर्दियों के मौसम में अधिक होती है जिसके कारण कई लोग इससे पीड़ित रहते है।
शिशुओं को सर्दी ज़ुकाम जैसी समस्याएं जल्द ही हो जाती है। बच्चे बड़ों की अपेक्षा जल्दी सर्दी ज़ुकाम की चपेट में आ जाते है इसलिए उनको सर्दी ज़ुकाम और कफ से बचाये रखना ज़रूरी होता है।
कई माता पिता को जुकाम और कफ के लिए बच्चोंं को ज्यादा दवाएँ देना भी चिंता का विषय लगता है की कहीं यह बच्चोंं के लिए हानिकारक न हो।
यदि आप अपने बच्चोंं को ज्यादा दवाओं का सेवन नहीं कराना चाहते है तो कफ के लिए घरेलू उपाय भी अपना सकते है इसके लिए जानिए Baby Cough Remedies के बारे में।
Baby Cough Remedies: जानिए कौन से उपाय कर सकते है कफ को दूर
तेल की मालिश
- बच्चों को तेल से मालिश करना बहुत ही आवश्यक और लाभकारी होता है।
- यदि बच्चोंं की कुछ ज़रुरी तेल से मालिश की जाए तो उनके कफ को दूर किया जा सकता है।
- कफ के लिए पिपरमिंट, सेज और युकलिप्टुस का तेल बहुत ही उपयोगी होता है।
उपयोग विधि
- ऑलिव ऑयल के साथ इन तेलों को मिला कर एक मिश्रण तैयार कर ले। इसके बाद इस तेल को बच्चे के सीने और उसकी पीठ पर अच्छी तरह लगाए ।
- मालिश करने के बाद बच्चे के शरीर को किसी चादर और कपड़े से पूरी तरह से ढक दे। ऐसा करने से बच्चे के शरीर में गर्मी उत्पन्न होगी। जिसके कारण कफ जैसी समस्या भी दूर हो जाती है।
अजवाइन और लहसुन की पोटली बनाये
- लहसुन और अजवाइन सर्दी और ज़ुकाम के लिए बहुत ही लाभकारी होते है।
- इन दोनों में विषाणु-रोधक गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते है। दोनों को यदि एक साथ उपयोग किया जाए तो यह और भी अधिक लाभकारी सिद्ध होते है और सर्दी ज़ुकाम जैसी समस्या को दूर कर देते है।
उपयोग विधि
- इसके लिए लहसुन की दो बड़ी कली ले और साथ ही एक चम्मच अजवाइन ले। फिर इन दोनों को तवे पर सूखा भून ले। फिर इसे ठंडा होने दे।
- जब यह ठंडा हो जाये तो एक साफ कपड़े में इन दोनों को रख कर इसकी पोटली बना ले। याद रहे की यदि कपड़ा कॉटन या मलमल का हो तो ज्यादा असरकारक होगा।
- अब इस पोटली को बच्चे के समीप रख दे।
- बच्चा जब सोता है उसके पास भी इसे रखे ताकि लहसुन और अजवाइन की सुगंध बच्चे तक पहुंच सके। ऐसा करने से शरीर में जमा हुआ कफ और बंद नाक दोनों की खुल जाती है।
आँवला का सेवन
- आंवले का सेवन करना सभी के लिए लाभकारी होता है।
- यदि आप अपने बच्चे को आंवले का सेवन कराते है तो इससे कफ तो दूर होगा साथ ही शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होगा।
- साथ ही आँवला आँखों के लिए भी फ़ायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
उपयोग विधि
- इसका सेवन बच्चे को कराने के लिए आंवले को पहले अच्छे से धो ले उसके बाद उसे उबाल ले। अच्छी तरह उबालने के बाद इसका बीज निकाल दे।
- इतना करने के बाद एक कढ़ाई ले और उसमे थोड़ा घी डाल ले। घी के गर्म होने पर बचे हुए आंवले को उसमे डाले और हलवा के समान इसे पका ले। अच्छे से पकने के बाद उसी मात्रा में उसमे गुड़ डाल दे।
- साथ ही उसमे थोड़ा ड्राई फ्रूट भी डाल सकते है इससे बच्चे को खाने में स्वाद आएगा।
- इस हलवे को प्रतिदिन बच्चे को एक-एक चम्मच दें। ऐसा करने से शरीर में जमा कफ दूर हो जाता है। साथ ही इसके सेवन से बच्चे स्वस्थ रहते है।
शहद और नींबू का उपयोग
- शहद और नींबू भी सर्दी ज़ुकाम और कफ में बच्चे के लिए फ़ायदेमंद होता है।
- इसका सेवन करने से कफ की समस्या दूर हो जाती है।
उपयोग विधि
- एक निम्बू का रस निकाल लें और उसमे थोड़ा सा शहद मिला दे।
- इस मिश्रण को गरम पानी में मिला दे और फिर उस पानी को बच्चे को पिलाये ऐसा करने से कफ दूर हो जाता है साथ ही यह संक्रमण से भी निजात दिलाता है।
भाप दे
- सर्दी खांसी और ज़ुकाम होने पर भाप देना बहुत ही असरकारी होता है।
- भाप की मदद से बंद नाक खुल जाती है। यदि छाती में कफ जमा हो तो वह भी धीरे धीरे पिघल कर निकल जाता है।
- इसलिए बच्चों को भाप देना बहुत ही अच्छा रहता है।
उपयोग विधि
- यदि आपका बच्चा बहुत छोटा और भाप लेने में नखरे करता है तो आप उसे बाथरूम में गर्म शावर का भाप दे सकती है।
- परन्तु भाप देते समय यह ध्यान रखे की बाथरूम पूरी तरह से बंद होना चाहिए कहीं से भी ठंढी हवा नहीं आनी चाहिए। ऐसा करने से कफ दूर होगा ।
- इसके अतिरिक्त एक बर्तन में पानी को गर्म करे। पानी को इतना गर्म करे उसमे से भाप निकलने लगे। इसके बाद उस बर्तन को रख कर बच्चे के नाक और मुँह पर भाप दिलवाए। भाप दिलवाते समय बच्चे के सिर को कपडे से ढक सकती है ताकि बाहरी हवा न आ सके।
अन्य घरेलु उपाय
- हल्दी वाला दूध बच्चे को पिलाने से भी कफ की समस्या दूर हो जाती है। इसके लिए दूध में कम मात्रा में हल्दी मिला कर दिन में दो बार पिलाये। ऐसा करने से शरीर को गर्माहट मिलेगी और कफ पिघलकर बाहर निकल जायेगा।
- बच्चों को मौसम के अनुरूप ही उपयुक्त कपड़े पहनाये। बच्चों पर बदलते मौसम का असर जल्दी होता है इसलिए बड़ो के कपड़े से एक अधिक कपड़ा बच्चों को पहनाये। जिससे उनको उचित गर्माहट मिलती रहेगी। और सर्दी ज़ुकाम से भी उनका बचाव हो पाये।
- सर्दी के मौसम में बच्चों के पैर और कान को अच्छी तरह से ढक कर रखना चाहिए क्योंकि ठण्ड सबसे ज्यादा इन्ही जगहों से लगती है।
- संक्रमण से बचने के लिए बच्चे की साफ सफाई रखना भी जरूरी होता है। इसलिए बच्चे को खेलने के बाद उसके हांथो को अच्छे से धोये। साथ ही कपड़ो को भी साफ सुथरा रखे।
- सर्दी के मौसम में बच्चे के शरीर को गर्म रखने के लिए उसे आप सूप पिलाये। ऐसा करने से उसमे प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी।