Benefits Of Indian Toilet: पाचन से लेकर कैंसर तक में दे राहत इंडियन स्टाइल का टॉयलेट

Benefits Of Indian Toilet: पाचन से लेकर कैंसर तक में दे राहत इंडियन स्टाइल का टॉयलेट

हमारे देश में पिछले कुछ सालों से स्वच्छता को ले कर जागरूकता बढ़ी है इसीलिए गांव गांव में नए टॉयलेट बनाये जा रहे हैं।  इससे खुले में सोच करने वाले लोग अब बाहर गंदगी फैलाने से खुद को रोक पा रहे हैं। टॉयलेट होना बहुत ही जरूरी है यह पर्यावरण को दूषित होने से बचाता है साथ ही यदि घर में टॉयलेट  होता है तो इससे आपको शौच के लिए कहीं बाहर जाने की जरुरत नहीं होती है। इसके अलावा इससे कई अन्य समस्याएं भी दूर हो जाती है।

टॉयलेट में आज कई तरह के प्रकार भी आने लगें है, इनमे मुख्य दो प्रकार होते हैं। पहले इंडियन स्टाइल के टॉयलेट और दूसरे वेस्टर्न स्टाइल के टॉयलेट।

कुछ लोगो को आज भी Indian Toilet पसंद आते है तो कुछ लोग आधुनिक युग में वेस्टर्न टॉयलेट को ज्यादा पसंद करते है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की इन दोनों में से कौन से प्रकार के टॉयलेट का इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।

आज हम आपको इस लेख में Indian Commode के फायदे के बारे में बताने जा रहे है ताकि आप इसके फ़ायदों को भी समझ सकेंगे और इंडियन टॉयलेट को उपयोग कर सकेंगे। तो आईये इसके लिए जानते है  Benefits Of Indian Toilet के बारे में विस्तार से।  

Benefits Of Indian Toilet: जाने इसके फायदे और इससे किनको हो सकता है नुकसान

इंडियन टॉयलेट कई तरह के फायदे देता है जानते है कुछ फ़ायदों के बारे में

कैंसर के खतरे को कम करे

  • यदि आप इंडियन टॉयलेट का उपयोग करते है तो इससे आपको कैंसर होने का खतरा कम होता है।
  • इंडियन स्टाइल टॉयलेट सीट में जिस प्रकार से बैठा जाता है उससे कोलन से मल त्याग पूर्ण रूप से हो जाता है। इसके कारण पेट से जुड़ी समस्याएँ नहीं होती है क्योंकि कोलन के कारण कैंसर के होने का खतरा हो सकता है।
  • साथ ही यह कब्ज और गैस जैसी परेशानियों को दूर रखने में भी मदद करता है।

इको फ्रेंडली

  • Western Toilet की अपेक्षा इंडियन टॉयलेट पर्यावरण के अनुकूल होता है क्योंकि देखा जाए तो वेस्टर्न टॉयलेट में पेपर का इस्तेमाल किया जाता है परन्तु इंडियन टॉयलेट में ऐसा नहीं होता है इसमें पानी का इस्तेमाल होता है इसलिए यह साफ और इको फ्रेंडली होता है।
  • जिसके कारण इससे पर्यावरण को इससे किसी प्रकार की हानि भी नहीं होती है।

पाचन में सहायक

  • यदि आप Indian Toilet Seat में बैठते है तो इससे पाचन क्रिया अच्छे से होती है और आपका खाना अच्छी तरह से पच जाता है जिसके कारण आपको पेट से संबंधित बीमारियाँ नहीं होती है।
  • साथ ही इंडियन टॉयलेट में बैठने से पेट पर दबाव बनता है जिससे मल त्याग सरलता से हो जाता है। कब्ज की समस्या भी दूर हो जाती है।

संक्रमण से बचाव

  • Western Toilet Seat का उपयोग करने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है लेकिन यदि आप इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करते है तो आपको संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता है। संक्रमण के होने से कई घातक बीमारियाँ हो सकती है।
  • यह इसलिए होता है क्योंकि वेस्टर्न टॉयलेट में आप शौच के संपर्क में रहते है लेकिन इंडियन टॉयलेट में ऐसा संभव नहीं होता है इसलिए आप संक्रमण से सुरक्षित रहते है।

पानी की बचत में भी सहायक

  • आज पानी की कमी होती जा रही है जिसके कारण आगे चलकर पानी से जुड़ी समस्याएं आ सकती है क्योंकि पानी ख़त्म होने पर जीवन भी ख़त्म हो सकता है। पानी को बचाना बहुत ज़रुरी हो गया है।
  • Indian Style Toilet का उपयोग कर आप पानी को भी बचा सकते है जो की पर्यावरण के लिए बहुत ही ज़रुरी हो गया है इसलिए पानी को बर्बाद होने से बचाना आवश्यक है। इंडियन टॉयलेट का उपयोग कर करने से पानी कम खर्च होता है।

इंडियन टॉयलेट के अन्य फायदे

  • उपरोक्त फ़ायदों के अतिरिक्त भी इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना साफ सुथरा रहता है। इससे गंदगी नहीं फैलती है। जिसके कारण रोगों के होने के खतरे भी कम होते है।
  • साथ ही आपको बता दे की जिस तरह से इंडियन टॉयलेट में बैठा जाता है उससे शरीर फिट रहता है और शरीर में रक्त का संचार भी अच्छे से होता है।
  • गर्भवती महिला के लिए भी इंडियन टॉयलेट बहुत ही फ़ायदेमंद होता है।
  • यदि आपको मल त्याग करने एक लिए प्रेशर नहीं बन रहा है तो आप इंडियन टॉयलेट में बैठकर प्रेशर आसानी से बन सकता है।

कौन है बेहतर Indian Toilet or Western Toilet?

  • इंडियन और वेस्टर्न दोनों ही अपनी अपनी जगह सही है लेकिन आपको इंडियन टॉयलेट से जितने फायदे होंगे उतने फायदे वेस्टर्न से नहीं मिल पाते है।
  • इसके अलावा इंडियन टॉयलेट भारतीय परंपरा के अनुरूप होते है जिसके कारण इनका उपयोग अधिक किया जाता है। लेकिन यदि आपको इंडियन टॉयलेट में किसी तरह की समस्या आती है तो आप वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग कर सकते है।

उपरोक्त फ़ायदों के कारण आप इंडियन टॉयलेट का उपयोग कर सकते है। लेकिन इसके लिए ज़रुरी है की आप टॉयलेट में भी साफ सफाई रखे तभी आप संक्रमण और रोगों से दूर रह सकते है। टॉयलेट को गन्दा रखने से बीमारियाँ फैलती है। इसलिए हर हफ्ते अपने टॉयलेट की सफाई करें। साथ ही यदि आप सार्वजानिक इंडियन टॉयलेट्स का उपयोग करते है तो वहां भी गन्दगी को फैलाने से बचे।

सावधानियां

  • यह सही है की इंडियन टॉयलेट के उपयोग से आपको अनेक फायदे मिल सकते है लेकिन कुछ लोगो के लिए इंडियन टॉयलेट सुविधाजनक नहीं होते है।
  • जैसे की जिन लोगो को घुटनो में दर्द होता है वह इंडियन टॉयलेट में बैठ नहीं पाते है। उनके लिए वेस्टर्न टॉयलेट ही आसान होता है।
  • बूढ़े लोग भी इंडियन टॉयलेट में सही से बैठ नहीं पाते है। साथ ही जिन लोगो को दुर्घटना के कारण पैरों से चलने में तकलीफ़ होती है वह भी इंडियन टॉयलेट का उपयोग सही से नहीं कर पाते हैं।
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों के लिए भी यह परेशानी से भरा रहता है।

वैसे पर्यावरण को देखते हुए आपका इंडियन टॉयलेट का उपयोग करना ज्यादा बेहतर माना जाता है यह आपके शरीर की क्रियाओं को देखकर ही बनाया गया है। इसलिए इसका उपयोग करना अच्छा होता है साथ ही यह वेस्टर्न टॉयलेट से कम कीमत में भी आ जाता है।  

इंडियन टॉयलेट को अपनाकर आप पानी की बचत भी कर सकते है साथ ही साफ सफाई का भी ध्यान रख सकते है। इसके लिए आजकल सरकार भी टॉयलेट निर्माण के लिए लोगो को राशि प्रदान कर रही है। जिससे आप अपने घर में टॉयलेट का निर्माण कर सकते है। जो की हर घर में होना चाहिए। बाहर शौच करने से बचे और पर्यावरण को दूषित होने से बचाये।

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