Benefits of Postnatal Massage: जानिए प्रेगनेंसी के बाद मालिश करवाने के फायदे

Benefits of Postnatal Massage: जानिए प्रेगनेंसी के बाद मालिश करवाने के फायदे

माँ बनना हर महिला के लिए बेहद सुखद एहसास होता है, पर इस सुख के पीछे असहनीय प्रसव पीड़ा भी छुपी होती है। 9 महिने तक अपने बच्चे को कोख में सँभालने के बाद ख़ुशी की किलकारी सुनने को मिलती है।

चाहे डिलीवरी नार्मल हो या सी सेक्शन दोनों के ही बाद महिला का शरीर काफ़ी कमज़ोर हो जाता है। इसलिए उनको ख़ास केयर की ज़रूरत होती है।

इसका मतलब यह नहीं की महिला को सिर्फ सही खान-पान दिया जाये बल्कि नयी माँ को शारीरिक देखभाल की भी ज़रूरत होती है। यही वजह है की बच्चे के जन्म के बाद प्रसवोत्तर मालिश की जाती है।

मालिश करवाने से माँ को बहुत से फायदे मिलते है। इससे शरीर में होने वाला दर्द तो कम होता है ही साथ ही प्रसव के बाद बढ़ा हुआ वजन भी कम किया जा सकता है। आज हम आपको विस्तार से Benefits of Postnatal Massage बता रहे है।

Benefits of Postnatal Massage: इसलिए जरूरी है डिलीवरी के बाद मालिश

Benefits-of-Massage-After-Delivery

वजन कम करना

  • प्रसव के बाद महिला की सबसे बड़ी चिंता उसका बढ़ा हुआ वजन होता है।
  • मसाज करने से फैट बर्न होता है और टमी सिकुडती है, जिससे चलते आपका वजन कम होने लगता है।
  • इसलिए प्रसव के बाद यदि आप अपना पुराना फिगर पाना चाहती है, तो मालिश जरूर करवाए।

स्ट्रेच मार्क्स कम करे

  • मालिश से आप स्ट्रेच मार्क्स को भी दूर कर सकते है। लेकिन इसके लिए आपको केवल प्राकृतिक तेल का ही इस्तेमाल करना है।
  • त्वचा में कसाव लाने के लिए तिल और अरंडी का तेल विशेष रूप से प्रभावी होता है।

तनाव दूर करे

  • तेल की मालिश करने से शरीर में रक्त संचार सही होता है जिससे माँ का दूध अच्छे से बनता है।
  • यदि आप सुगन्धित तेलों जैसे लैंवेंडर का इस्तेमाल करते है तो इससे मन को सुकून मिलता है और आराम महसूस होता है।
  • तनाव दूर करने के लिए भी मालिश सहायक साबित होती है।

शरीर का दर्द दूर करे

  • डिलीवरी के बाद शरीर में दर्द होना आम बात है, खासकर पैरों, जांघो, गर्दन और पीठ में।
  • इसलिए प्रसव के बाद 40 दिनों तक मालिश करवाना चाहिए, इससे बहुत आराम मिल जाता है।
  • मालिश से शरीर में एंडोर्फिन बनता है जो की एक प्राकृतिक दर्द निवारक है।
  • इसलिए मालिश करने से आप अच्छा महसूस करते है।

मालिश करवाने के फायदे तो आपने जान लिए, लेकिन मालिश करवाते वक़्त यह ज़रूर ध्यान रखें की आप ज़ोर से मालिश ना करवाएं। क्योंकि प्रसव के बाद आपका शरीर कमज़ोर होता है इसलिए हलकी मालिश करवाए।

प्रसवोत्तर मालिश कब नहीं करवानी चाहिए?

  1. मालिश करवाना नुकसानदेह हो सकता है, यदि आपके साथ कोई चिकित्सकीय जटिलता है
  2. आपको त्वचा से संबंधित कोई समस्याएं है जैसे कि चकत्ते, छाले या खुजली की समस्या।
  3. यदि रक्तचाप उच्च रहता है, तो हल्की मालिश आप करवा सकते है।
  4. हर्निया होने पर आप मालिश ना करवाए।
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