Breastfeeding Positions: नवजात के स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी है स्तनपान की सही पोजीशन

Breastfeeding Positions: नवजात के स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी है स्तनपान की सही पोजीशन

आज का हमारा ये आर्टिकल उन महिलाओं के लिए विशेषकर काम का है जो नई माँ बनी है या जिनका अभी पहला बच्चा हुआ हो या फिर ऐसी महिलाएं जिनके पास कोई बड़ा या बुजुर्ग नही है जो उन्हें शिशु को संभालने और शिशु को सही अवस्था में बैठकर दूध पिलाने के बारे में सही मार्गदर्शन दे सके।

नवजात शिशु को स्तनपान (Breastfeeding) कराने की सही पोजीशन क्या है? हर महिला को इसके बारे में पता हो ये आवश्यक नही है। महिलाएं डिलीवरी के बाद इतनी ज्यादा कमजोर हो जाती है की फिर वो अपनी अनुकूलता के हिसाब से नवजात शिशु को बैठकर या लेटकर स्तनपान करने लग जाती है। जबकि ये बिलकुल गलत है आप ये नही जानते है कि शिशु को गलत पोजीशन में स्तनपान कराना शिशु के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।

नवजात बच्चों की बहुत ज्यादा केयर करना की आवश्यकता होती है। माँ को नवजात शिशु को स्तनपान कराना जितना आवश्यक है उतना ही आवश्यक है सही पोजीशन में शिशु को स्तनपान (Breastfeeding) कराया जाये।

शिशु के लिए माँ के दूध से बढकर और कोई पोष्टिक आहार नही हो सकता इसलिए हर माँ को अपने शिशु को कम से कम 6 महीने तक स्तनपान अवश्य कराना चाहिए। आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल में ये बतायेंगे की आपको शिशु को स्तनपान कराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन सी पोजीशन में बैठकर शिशु को स्तनपान कराना चाहिए। जानते है Breastfeeding Positions.

Breastfeeding Positions: जाने क्या होता है बच्चों के लिए स्तनपान करने का सही पोजीशन

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क्यों जरूरी है सही पोजीशन में स्तनपान कराना

  • मां का दूध पीकर ही बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। ऐसा देखा गया है की जिन बच्चों को माँ का दूध नही मिलता है, दूसरे बच्चों की तुलना में उनका विकास धीरे-धीरे होता है। इसलिए हर माँ को बच्चे के जन्म के कुछ देर बाद से ही स्तनपान कराना शुरू कर देना चाहिए।
  • गलत तरीके से स्तनपान करने से बच्चे और माँ दोनों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।
  • सही पोजीशन में स्तनपान नही कराने से शिशु का पेट भी पूरी तरह नही भर पायेगा ऐसे में बच्चा भूखा भी रहेगा और माँ को भी स्तनों में दर्द रहने लगता है साथ ही बच्चे की नाक दबने आदि का भी डर बना रहता है।
  • गलत तरीके से स्तनपान कराने से महिलाओं को भी कमर दर्द की परेशानी हो सकती है या अत्यधिक झुककर के स्तनपान कराने पर गर्दन में दर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

स्तनपान कराने का सही और अच्छा तरीका: Best Breastfeeding Positions

क्रैडल होल्ड पोजीशन

  • क्रैडल होल्ड पोजीशन स्तनपान कराने का सबसे आरामदायक और Best Positions होता है।
  • इस दौरान बिस्तर या कुर्सी पर बैठने कोशिश करें। बच्चे को अपने हाथ पर रखें और उसके मुंह को स्तन की ओर ले जाएं, कोशिश करे की बच्चा निप्पल को पूरी तरह मुंह में ले ताकि दूध अच्छी पर्याप्त मात्रा में बच्चे के मुंह में जा सके और बच्चे का पेट भी अच्छे से भर सके।
  • इस दौरान ध्यान रहे कि बच्चे का सिर और गर्दन के नीचे रहे और नीचले हिस्से को अपनी बाजूओं से स्पोर्ट दें।
  • इसके अलावा ये भी ध्यान रहे कि बच्चे का नाक खुली रहे ताकि उसे सांस लेने में कोई कठिनाई ना महसूस हो।

क्रॉस-क्रैडिल होल्ड

  • अगर बात Breastfeeding Positions Newborn की करें तो यह क्रॉस क्रैडल पोजीशन नवजात शिशु के लिए बिलकुल सही होती है।
  • अगर आपका शिशु 1 महीने से भी कम का है तो आपको उसे इस ही अवस्था में बैठकर स्तनपान कराना चाहिए।
  • इसमें आप अपने बच्चे को अपने हाथों में अच्छी तरह से पकड़ें और इस दौरान आपको सीधा होकर बैठना होता हैं ताकि आपके बच्चे का मुंह आपके स्तन तक अच्छी तरह पहुंच सकें और उसे दूध लेने में कोई परेशानी ना हो।
  • इसके अलावा आप ब्रेस्टफिडिंग कराते वक्त तकिए का भी सहारा ले सकती है।
  • इस पोजीशन में अगर आप बच्चे को दायें स्तन से दूध पीला रही हैं तो अपनी बायीं बाजू से बच्चे को अच्छे से पकड़े और उसे हल्का सा अपने स्तन की ओर मोड़े।
  • ध्यान रखें कि इस दौरान आपका हाथ बच्चे के सिर के बिल्कुल पीछे रहे। बच्चे की नाक दबे नही इस बात का ध्यान रखे।

फुटबाल होल्ड

  • इसमें आप अपने बच्चे को बगल में रखते हैं। पहले आप आराम से कुर्सी पर बैठ जायें, या पालकी मार के बैठ जायें। बगल में एक तकिया रख लें। बच्चे को उस पर लिटा दें।
  • इसमें आप अपने हाथ से बच्चे के सिर को सहारा देते हैं, जैसे कि आप अपने बगल में एक फुटबाल को पकड़े हुये हैं।
  • आपकी उंगलियां उसके एक कान के पास होती हैं, और अंगूठा, दूसरे कान के पास। बच्चे का सिर हथेली पर होता है। अपने दूसरे हाथ से आप अपने स्तन को बच्चे के नाक के स्तर पर रखते हैं, उसके मुंह के स्तर पर नहीं रखना चाहिये।
  • जब बच्चे को संकेत मिलने पर बड़ा मुंह खोलेगा, तब आप उसे अपने स्तन से लगा लें। अपने दूसरे हाथ के उंगलियों और अंगूठे को अपने स्तन के एरियोला के पीछे रखकर, अपने स्तन को बच्चे के मुंह के तरफ निर्धारित करें।
  • इस तरह आप सही तरह से लेचिंग कर सकते हैं।

साईड-लाइंग होल्ड

  • साईड-लाइंग होल्ड में आप बच्चे को लेटाकर दूध पिलाते हैं।
  • बगल में करवट लेकर लेट जायें। एक हाथ से आप बच्चे को सहारा देते हैं, और दूसरे हाथ से आप अपने स्तन को बच्चे के मुंह तरफ करके आसानी से स्तनपान करा सकते है।

स्तनपान कराते समय इन बातो का रखे ध्यान:

  • बच्चे को स्तनपान कराते समय ये ध्यान रखे की शिशु की नाक पर जोर नही आये। शिशु की नाक दबनी नही चाहिए जिससे उसे सांस लेने में कोई कठिनाई ना महसूस हो।
  • बच्चे को स्तनपान कराने के बाद उसे कंधे पर लेकर के डकार अवश्य दिलवाए। नही तो हो सकता है दूध अटक जाये जिससे उसे ठसका भी लग सकता है या बच्चा उलटी का के उसे निकाल भी सकता है।
  • कई बार खाने की नली में भी दूध अटक जाता है इसलिए बच्चों को डकार दिलवाना बहुत आवश्यक है। आप लेटकर या बैठकर कैसे भी दूध पिलाये बस डकार ज़रूर दिलवाए ये शिशु की सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है।

आज के लेख में आपने कुछ Correct Breastfeeding Position के बारे में जानकारी ली। आप भी अपने बच्चे के अच्छे स्वस्थ्य के लिए इन्ही पोजीशन का प्रयोग करें।

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