Constipation In Kids: बच्चों में कब्ज की समस्या से राहत के लिए अपनाएँ घेरलू उपचार

Constipation In Kids: बच्चों में कब्ज की समस्या से राहत के लिए अपनाएँ घेरलू उपचार

आजकल के बदलते खानपान के कारण और मिलावटी खाना खाने से मनुष्य कई सारी बीमारियों का शिकार हो रहा है। जैसे कुछ ज्यादा तला गला खाने से फुंसी और खुजली होती है, कुछ जंक फूड्स या सड़ा गला खाने से अक्सर पेट से संबंधित बीमारियाँ हो जाती है।

पेट से सम्बंधित बहुत सी बीमारियाँ है जैसे- गैस, एसिडिटी, कब्ज, दस्त, जलन आदि। यदि आप ज्यादा बाजार का खाना जैसे कचौड़ी, समोसा या और भी कोई ताली भुनी चीज़ बकसर खाते रहते हैं तो आपका पेट गड़बड़ हो सकता है। इसके अलावा जंक फूड्स भी एक सबसे बड़ा कारण है पेट खराब होने का।

Constipation in Children की समस्या में एक आम बात है की कब्ज ज्यादातर अनियमित खान-पान के कारण होती है। यह बीमारी बच्चों से लेकर बूढ़ो तक को होती है। कब्ज में पेट में बहुत तेज दर्द होता है। कब्ज का रोग ज्यादातर बच्चों को होता है क्योंकि वो घर के खाने के अलावा बाज़ार के जंक फूड्स का सेवन करते है या फिर दिनभर चॉकलेट और टॉफ़ी खाते रहते है। जिसके कारण पेट में कब्ज की समस्या बन जाती है। कब्ज रोगियों में पेट फूलने की समस्या भी देखी गई है।

कब्ज के दौरान पेट में काफी दर्द रहता है, जिसके कारण वे रोते रहते है। पेट हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। जब हमारा पेट खराब हो जाता है या कब्ज हो जाती है तो हमारा मल आंतो में ही रह जाता है। जिसके वजह हमारा पेट दर्द करता है। आप चाहे तो डॉक्टर से दवा ले सकते है। आज हम आपको बताएँगे कब्ज के लक्षण, कब्ज के कारण, इलाज और घेरलू उपाय। आइये जानते है Constipation In Kids के बारे में विस्तार से।

Constipation In Kids: बच्चे में होने वाले कब्ज की समस्या के लक्षण, कारण एवं बचाव

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बच्चों को कब्ज होना एक आम बात है। कई बार बच्चे ठीक से शौच नहीं कर पाते जिससे उनका मल आंतो में ही रह जाता है। बच्चे बहुत नाजुक होते है इसलिए उन्हें कोई सी भी बीमारी घेर लेती है।

सामान्‍यत: शिशु रोग चिकित्‍सक से परामर्श करने वालों में से तीन फीसदी बच्‍चे कब्‍ज के मरीज होते हैं तथा शिशु के पेट व लीवर रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने वाले में से 25 फीसदी बच्‍चे कब्‍ज से पीड़ित होते हैं।

Constipation के लक्षण:

जब किसी भी बच्चे को कब्ज होता है तो निम्न लक्षण देखकर पता किया जा सकता है की कब्ज है या नहीं।

  • पेट की आंतो में दर्द होना एक सामान्य लक्षण है।
  • भूख ना लगना और पेट में भारीपन महसूस होना।
  • एक हफ्ते में 3 बार मल आना और मल त्याग में दर्द होना।
  • मल गाढ़ा आना या शौच करते वक़्त जोर लगाना यह कब्ज का प्रमुख लक्षण है।
  • मल करते वक़्त पेट में दर्द होना और मल द्वार पे जलन होना।
  • पेट फूलना और गैस होना भी कब्ज के लक्षण है।
  • कई बार रोगी को मल द्वार से खून भी आने लगता है।

कब्ज का कारण:

कब्ज का मुख्य वजह है हमारी जीवनशैली या दिनचर्या, हम क्या खा पी रहे है और कितना खा पी रहे हैं। हम कैसा खा रहे है यह हमारे पेट की समस्याओं को तय करता है। आइये जानते है कब्ज के कारण-

  • पानी कम मात्रा में पीना यह सबसे मुख्य कारण है। जब हम कम पानी पीते है तो हमारा खाना पेट में सूखा रह जाता है, जिसके कारण आंतो में हमारा मल सूखा रह जाता है और मल निष्कासन में जोर लगाना पड़ता है। इसलिए कम से कम 1 दिन में 3 से 4 लीटर पानी पीने की आदत डालें
  • समय पर भोजन न करना और भोजन करते वक़्त खाने को ठीक से ना चबाना आदि सभी कब्ज का कारण बनता है। इसलिए खाने में रेशेदार हरी पत्ते की सब्जियां और फल खाये।
  • Infant Constipation इसलिए होता है क्योंकि बच्चे ज़्यादातर सूखा खाना पसंद करते है और साथ ही कम पानी पीते है। इसलिए तेल और घी युक्त भोजन करें।
  • छोटे बच्चों को कई बार गोली-दवाई हजम नहीं होती है, जिसके कारण भी कब्ज होता है।

कब्ज का इलाज:

अपने खान पान में बदलाव करके कब्ज से बचाव किया जा सकता है। आइये जानते है Baby Constipation Remedies:

पानी:

  • शरीर में पानी की कमी सबसे मुख्य वजह है कब्ज की। इसलिए कम से कम दिन में 3 से 4 लीटर पानी पिए।
  • पानी हमारी पाचन क्रिया को सही रखेगा और पेट संबंधित बीमारियों से बचा के रखेगा। खाना खाने के पहले या तुरंत बाद ज्यादा पानी ना पिए।

निम्बू:

  • निम्बू में साइट्रिक एसिड होता है जो पेट में जमी गंदगी को निकालने में मदद करता है।
  • इसलिए 1 कप गरम पानी में निम्बू निचोड़ दे और इस पानी को बच्चे को पिलाये, इससे जल्दी राहत मिलेगी।

ईसबगोल:

  • यदि आपके कब्ज जल्दी ठीक नहीं हो रहे है तो ईसबगोल का उपयोग करें। यह दस्त और कब्ज के लिए लाभकारी है।
  • रात को सोते वक़्त 2 चम्मच ईसबगोल को दूध व पानी में मिलाकर पीलें। यह आपके पेट को एक दम साफ़ कर देगा।

जैतून का तेल:

  • अपने बच्चे को सुबह खाली पेट 1 चम्मच जैतून का तेल को निम्बू के रस में मिलाकर पिलायें।
  • जैतून का तेल पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है, जिससे उसका पेट आराम से साफ़ हो जायेगा।

एलोवेरा:

  • एलोवेरा का जूस को किसी भी जूस में मिलाकर अपने बच्चे को पिलाये।
  • एलोवेरा आपके बच्चे को Constipation Relief देगा और पेट को स्वस्थ रखेगा।

शहद:

  • कब्ज के लिए, रोजाना सोने से पहले गर्म पानी के साथ 1 चम्मच शहद दें।
  • इसे कुछ दिनों के लिए दोहराएं, इससे आपके बच्चे को बिना किसी परेशानी के कब्ज की समस्या से उबरने में मदद मिलेगी।

फाइबर वाले आहार:

  • बहुत से बच्चे खाने में सब्ज़ियाँ नहीं खाते इसलिए उन्हें पेट की समस्या होती है।
  • इसलिए अपने बच्चों को गोभी, आलू, टमाटर, गाजर और पत्तेदार सब्जियां खिलाएं।
  • पत्तेदार सब्जियाँ आराम से पच जाती है और शरीर को ताकत भी देती है।
  • फल में आप केला, पपीता और खरबूज ज्यादा खाएं।

अन्य बचाव

  • इसके अलावा दही का सेवन करें क्योंकि दही पेट के सभी रोगों को दूर करता है और पाचन क्रिया में सुधार करता है।
  • शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देना जरुरी है क्योंकि शारीरिक गतिविधि मल त्याग को उतेजित करने में मदद करती है।
  • बच्‍चों में रोजाना एक ही समय पर शौचालय जाने की आदत डालें।

आज अपने जाने कब्ज से निजात पाने के लिए घेरलू उपाय। यदि कब्ज ठीक नहीं हो रहे है तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें।

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