सबसे घातक बीमारियों में से एक कैंसर मानी जाती है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका अगर समय रहते उचित इलाज नही किया जाये तो ये बीमारी जान भी ले सकती है। पहले के समय में कैंसर जैसी घातक बीमारी का इलाज बहुत मुश्किल था पर अब साइंस ने इतनी प्रगति कर ली है की इस घातक बीमारी से भी बचा जा सकता है।
ऐसी कई दवाइयाँ आ गयी है जो कैंसर से लड़ने में सहायक है। बस जरूरत है कैंसर को सही समय पर पहचानने की। अगर कैंसर के लक्षण को शुरूआती स्तर पर पहचान लिया जाए और उसका सही समय पर इलाज शुरू कर दिया जाये तो कैंसर से लड़ा जा सकता है।
कैंसर कई तरह का होता है स्किन कैंसर, गले का कैंसर, ब्रैस्ट कैंसर, मुंह का कैंसर आदि। आज के लेख में हम आपको गले के कैंसर के बारे में बतायेंगे। गले का कैंसर किन कारणों से हो सकता है इसके क्या-क्या लक्ष्ण होते है और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है इससे जुड़ी सभी जानकारियाँ आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल के जरिये बतायेंगे।
गले का कैंसर किसी को भी हो सकता है चाहे महिला हो या पुरुष, पर महिलाओ से ज्यादा पुरुषों में गले के कैंसर की समस्या देखने को मिलती है। आइये अब इसी समस्या के बारे में विस्तार से पढ़ते हैं। पढ़ें Gale Ka Cancer.
Gale Ka Cancer: जाने गले के कैंसर की समस्या के कारण, लक्षण और इसके उपचार
क्या है गले का कैंसर: Throat Cancer
- गले का कैंसर होने का सबसे मुख्य कारण तम्बाकू, गुटखा और धुम्रपान आदि की लत होती है।
- अत्यधिक मात्रा में धुम्रपान करने से फेफड़े सड़ने लग जाते है जिसके फलस्वरूप कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।
- गले का कैंसर ज्यादातर युवा वर्ग जैसे 20-30 वर्ष की आयु के लोगों में अधिक देखने को मिलता है।
- जब गले में कोशिकाओं की असामान्य रूप से वृद्धि होने लगती है तो यह गले या टान्सिल में होने वाले कैंसर या ट्यूमर के उत्पादन में मुख्य भूमिका निभाती है।
- ये धीरे धीरे श्वांसनली में भी फैल जाते है। बहुत ज्यादा प्रदूषित वायु से भी गले के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
गले के कैंसर का कारण: Throat Cancer Causes
- अत्यधिक मात्रा में धुम्रपान करना गले के कैंसर का कारण होता है।
- इंपिस्टीन बार नामक विषाणु अथवा वायरस भी गले के कैंसर का कारण हो सकता है।
- खतरनाक रासायनिक गैसें भी इसका एक कारण हो सकती है।
- वंशानुगत समयायों की वजह से भी यह होता है। अगर परिवार में पहले किसी को ये रोग हुआ हो तो ये भी एक कारण हो सकता है।
- प्रदूषित वायु, धुआँ भी कैंसर का कारण हो सकता है।
- एचपीवी ओरोफेरिंजियल गले के कैंसर के लिए मुख्य कारक हो सकता है।
गले के कैंसर के लक्षण: Gale ka Cancer ke Lakshan
ऐसे बहुत सारे लक्षण हो सकते है जो हमे कैंसर जैसी घातक बीमारी की तरफ इशारा कर रहे होते हैं पर हम उन्हें नजरंदाज कर देते है जो हमारे लिए बहुत हानिकारक के साथ जानलेवा भी सिद्ध हो सकता है। इसलिए आज हम आपको गले के कैंसर से जुड़े कुछ लक्षण बता रहे है। अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण नजर आते है तो आप उसे अनदेखा न करे बल्कि बिना देर किए चिकित्सक से परामर्श ले।
- अगर आपको अपने गले में किसी भी तरह की गाँठ नजर आ रही हो या महसूस हो रही हो तो ये गले के कैंसर का संकेत हो सकता है।
- गले में किसी भी तरह का घाव हो गया हो जो अधिक समय तक भी ठीक न हो रहा हो तो उसे नज़रअंदाज़ न करे।
- अगर खाना चबाने या जीभ को हिलाने में दर्द का अनुभव हो रहा हो।
- अगर गले में बहुत ज्यादा कफ जमा हो रहा हो या कफ्फ निकालने पर रक्त निकल रहा हो तो ये गले के कैंसर का संकेत हो सकता है।
- गले के कैंसर में आवाज में परिवर्तन या गला बैठना, विशेष रूप से वॉयस बॉक्स कैंसर का लक्षण हो सकता है। आवाज में स्वरग्रंथियां होती हैं और यदि वॉयस बॉक्स में कैंसर पनप रहा हो तो यह आपकी स्वरग्रंथियों को प्रभावित करेगा, जिससे आवाज में बदलाव आ जाएगा। यदि आपको आवाज में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का सामना करना पड़ रहा है तो इसे नज़रअंदाज़ न करे।
- सांस लेने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो।
- वजन में लगातार गिरावट आ रही हो वजन कम होता जा रहा हो।
- शरीर में एनर्जी की कमी आ रही हो।
- गले में दर्द होना और सूजन आ जाना। सुजन का निरंतर बने रहना।
- कान में दर्द होना भी इसकी एक वजह हैं क्योंकि गले और कान की मांसपेशियाँ आपस में जुड़ी हुई होती हैं। इसलिए गले के कैंसर का असर कानों पर भी देखने को मिल सकता है।
गले के कैंसर का इलाज: Gale ke Cancer ka Ilaj
- तम्बाकू, बीड़ी, गुटखा, सिगरेट, शराब आदि का सेवन पूरी तरह बंद कर दे।
- कभी-कभी गले का कैंसर छोटा होता है तो सर्जरी के दौरान केवल गले के संक्रमित भाग को ही हटाने की आवश्यकता होती है। उस भाग को हटाने से संक्रमन खत्म हो जाता है।
- गले के कैंसर की पुष्टि होने पर कैंसर की स्टेज के अनुसार दवाइयाँ दी जाती है और सर्जरी की सलाह दी जाती है।
- इसमें हल्दी और गोमूत्र पीने की सलाह भी दी जाती है। गले के कैंसर के मरीज़ों को इसके सेवन से लाभ पहुँचता है।
- अत्यधिक मिर्च मसाले वाला खाना न खाए।
- गले के कैंसर की पुष्टि होने पर लिक्विड आहार ही ले और एसिडिक फूड बिलकुल न ले।
- कीमोथेरेपी कैंसर से लड़ने में सहायक होती है इसमें कैंसर कोशिकाओं को खत्म कर दिया जाता है।
हर साल अपना मेडिकल चेकअप ज़रुर करवाए। इससे आप किसी भी प्रकार के रोग से बच सकते है। गले के कैंसर से जुड़े कोई भी लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से तुरंत परामर्श करे। याद रखें की सही चिकित्सा पद्धति और उचित इलाज से हर बीमारी से बचा जा सकता है। इसलिए निराश न हो और धैर्य से काम ले। धुम्रपान और शराब का सेवन बिलकुल न करे। एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए नशे से दूर रहने बहुत आवश्यक है।साथ ही पौष्टिक आहार का सेवन करे यह भी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। व्यायाम और योग को भी अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाये और इन्हे भी नियमित रूप से करे।