Post Traumatic Stress Disorder: क्या लम्बे समय से आप बुरे सपनों से परेशान है?

Post Traumatic Stress Disorder: क्या लम्बे समय से आप बुरे सपनों से परेशान है?

अधिकतर लोगों को सपने देखना अच्छा लगता है। सपने दो प्रकार के होते है अच्छे और बुरे। अच्छे सपने तो सभी को अच्छे लगते है। व्यक्ति चाहता है की अच्छे सपने बार बार आये, परन्तु बुरे सपने आने पर व्यक्ति घबरा जाता है।

सपने आना सामान्य बात होती है, परन्तु यदि सपने बार बार आने लगे तो यह समस्या उत्पन्न कर सकते है। कुछ लोगो को नींद में बार बार बुरे सपने आते है, जिनके कारण रातों की नींद उड़ जाती है।

बार बार बुरे सपने आना एक मानसिक बीमारी होती है। इसे पीटीएसडी, पश्च-आघात तनाव विकार और पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर के नाम से जाना जाता हैं।

यदि आप चाहते है की आपको बुरे सपने कभी न आये और आप चैन की नींद सो पाए। तो एक बार आप Post Traumatic Stress Disorder के बारे में जरूर जान ले।

Post Traumatic Stress Disorder (PTSD) - जानिए इसके लक्षण, कारण और निदान

PTSD

क्या है पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर?

  • पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर होने पर सोते समय बार बार बुरे सपने आने लगते है।
  • सपने इतने भयानक होते है जिसमे व्यक्ति वापस सोने से भी डरने लगता है।
  • किसी भयानक घटना के होने, किसी हादसे आदि के कारण यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति का व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है। साथ ही वह बात बात पर गुस्सा करने लगता है।
  • इस मानसिक समस्या में व्यक्ति अपनी किसी पुरानी घटना या हादसों में घिरा रहता है।

पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर होने के लक्षण:-

  1. बार बार बुरे सपनों का आना
  2. एक ही घटना का बार बार दिखना
  3. भूलने की बीमारी होना
  4. एकाग्रता में कमी का होना
  5. चिंता और घबराहट का होना
  6. बार बार डर जाना
  7. एकाएक नींद से जाग जाना
  8. मांसपेशियों में दर्द

पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर होने का कारण

  • अतीत में होने वाली घटनाये
  • पारिवारिक समस्या
  • तनाव और चिंता
  • हिंसक मौतों को देखना
  • प्राकृतिक आपदाओं के कारण

पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर का निदान

  • यदि आपके साथ कोई घटना घटित हुयी है तो उसे किसी विश्वसनीय व्यक्ति के साथ शेयर करे।
  • मन को केंद्रित करने के लिए आप योग, ध्यान और व्यायाम का भी सहारा ले सकते है।
  • जितना हो सके सादा और सरल जीवन व्यतीत करे।
  • अपनी दिनचर्या को नियमित रखे।
  • ज्यादा समस्या उत्पन्न होने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे।

पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर का डॉक्टर्स द्वारा उपचार

  1. पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर से ग्रसित रोगी को मूड एलिवेटर थेरैपी दी जाती है।
  2. मूड एलिवेटर को सम्मोहन थैरेपी कहते है।
  3. डॉक्टर कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी से भी इस बीमारी को दूर करते है।
  4. आघात केंद्रित सीबी के द्वारा भी मनोचिकित्सक इस बीमारी को दूर करने का प्रयत्न करते है।
  5. नेत्र विचेतन और पुर्नलोकन भी पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर के उपचार का सबसे कारगर तरीका होता है।
Subscribe to