Text Neck Syndrome: लगातार मोबाइल इस्तेमाल करने से हो सकती है गंभीर समस्याएं

Text Neck Syndrome: लगातार मोबाइल इस्तेमाल करने से हो सकती है गंभीर समस्याएं

आजकल का जेनेरेशन 10 साल पहले के जेनेरेशन से बिलकुल बदल गया है। आजकल हर कोई अपने मोबाइल पर नजर गड़ाए हुए हीं नजर आता है, फिर चाहे वो किसी भी आयुवर्ग का हो, ऑफिस में हो या फिर घर में या कोई सफर करते समय बस में या फिर मैट्रो में हो।

मोबाइल हर किसी के हाथों में आज नजर आता है। यहां तक कि आज कल कई महिलायें किचन में अपना काम करते समय या फिर गाड़ी चलते वक़्त या फिर ऑफिस की डेक्स पर काम करते वक़्त भी अपनी गर्दन को टेढ़ा कर के अपने मोबाइल पर बात करते हुए दिख जाती हैं।

लेकिन क्या आप को पता है की मोबाइल इस्तेमाल करते की ये लत आपको शारीरिक समस्याएं भी प्रदान कर सकती है? जी हाँ अगर आप दिन भर मोबाइल इस्तेमाल करते रहते हैं और इसके लिए अपने सर को झुकाए रहते हैं तब इसकी वज़ह से आपके गर्दन में कुछ समस्याएं हो सकती हैं।

मोबाइल के हमेशा इस्तेमाल करते रहने से होने वाली इस समस्या का नाम है Text Neck Syndrome. आज के इस लेख में इसी समस्या से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते आप जान पाएंगे।

Text Neck Syndrome: कैसे होता है ये सिंड्रोम, जाने इसके लक्षण और बचाव

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अक्सर यह देखा जाता है कि जब आप अपने मोबाइल फोन, टैबलेट, या फिर लैपटॉप पर कोई टेक्स्ट पढ़ते रहते हैं तब उस समय आपकी गर्दन झुकी हुई और पीठ सिकुड़ी हुई सी होती है। आजकल के नए जमाने में मोबाइल डिवाइसेज ने हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है, साथ हीं इसने हमारी सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्यायों के लिहाज से असुरक्षित भी बना दिया है।

देश की राजधानी दिल्ली में चिकित्सको का ये कहना है कि वहां आजकल Text Neck Treatment को पाने के लिए बहुत सारे टेक्स्ट नेक सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित लोग आने लगे हैं। कुछ शोधों के अनुसार ऐसा पता चला है कि मोबाइल का उपयोग करने वाले औसत भारतीय लोग हर रोज अपने मोबाइल पर औसतन करीब 3 घंटे गुजार देते हैं, जबकि यही आंकड़ा संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़ कर 5 घंटे तक हो जाता है।

भारतीय लोगों में यह समस्या कम जागरूकता की वज़ह से एक चिंताजनक स्थिति तक पहुँच जाने की ज्यादा संभावनाएं हैं। गर्दन में दर्द का बढ़ जाना और अकड़न हो जाने जैसी परेशानियों वाले इस टेक्स्ट नेक सिंड्रोम का कारण सीधे तौर पर मोबाइल फोन के बहुत ज्यादा उपयोग को हीं माना जाता है, डॉक्टर भी इस बात की तस्दीक करते हैं।

क्या है टेक्स्ट नेक सिंड्रोम?

  • मोबाइल डिवाइसेज और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक-गैजेट का बहुत ज्यादा उपयोग और उपयोग के दौरान ख़राब पॉश्चर की वज़ह से गर्दन तथा रीढ़ की हड्डी पर हमेशा तनाव पड़ते रहने से परेशानी की संभावना हो जाती है।
  • अगर साधारण शब्दों में कहें तो किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक टेक गैजेट्स का बहुत ज्यादा देर तक झुकी अवस्था में इस्तेमाल करने से यह टेक्स्ट नेक सिंड्रोम होता है।
  • अगर बात टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के शुरूआती अवस्था की करें तो यह आसानी से खत्म की जा सकती है पर धीरे-धीरे यह समस्या एक बड़ी परेशानी में बदल जाती है, इसीलिए अभी तक लोगों को इसके पीछे के ख़तरों के बारे में किसी प्रकार का कोई अंदाज़ा नहीं है।

टेक्स्ट नेक सिंड्रोम का इतिहास

  • “टेक्स्ट नेक” शब्द का का उपयोग सबसे पहले साल 2008 में एक अमेरिका के कायरोप्रैक्टर डॉ. डीन फिशरमैन ने किया था, तब उन्होंने अपने हीं एक मरीज़ को अपनी पीठ सिकोड़कर मोबाइल डिवाइस का उपयोग करते वक़्त देखा।
  • मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, या अन्य किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और इसके अलावा हाथ में पकड़ कर रखे जाने वाले डिवाइसेज का उपयोग करते हुए या फिर किसी को इन डिवाइसेज के माध्यम से मैसेज करते वक़्त ज्यादातर हमारी गर्दन नीचे की तरफ झुक जाती है और साथ हीं रीढ़ की हड्डी बाहर की तरफ निकल जाती है।
  • मनुष्य के मस्तिष्क का वजन 4 से 5 किग्रा तक होता है, हमारी गर्दन हीं उसे सपोर्ट प्रदान करती है। चिकित्सक ऐसा कहते है कि गर्दन को आगे की तरफ अगर थोड़ा-सा भी झुकाते हैं तो इसके कारण मांसपेशियों, स्नायुबंधन, गर्दन तथा कंधों पर बहुत ज्यादा तनाव बन जाता है।
  • जैसा कि ऊपर भी बताया गया है की मोबाइल उपयोग करने वाले लोग हर रोज 2 से 4 घंटे तक मोबाइल पर ही समय गुजारते हैं, तो इससे यह तो स्वाभाविक हीं है कि उस व्यक्ति को टेक्स्ट नेक सिंड्रोम की बीमारी हो जाएगी।

टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के लक्षण

  • हाथ से पकड़ी जानेवाली सभी डिवाइसेस या उपकरणों में से ज्यादातर मोबाइल फोन, टैबलेट और लैपटॉप ही इस टेक्स्ट नेक सिंड्रोम समस्या की वज़ह बनते हैं।
  • शहरी क्षेत्र में रहने वालों को इस बीमारी का जोखिम ज्यादा होता है क्योंकि बड़े शहरों में मोबाइल फोन्स का इस्तेमाल ज्यादा होता है।
  • डॉक्टरों की राय में अगर आप टेक्स्ट-नेक सिंड्रोम का उपचार नहीं करवाते हैं तो इस से रीढ़ की बीमारी, मांसपेशियों की जकड़न तथा दर्द, यहां तक कि हाथों आदि का सुन्न हो जाना और हाथ में सनसनाहट जैसी गम्भीर परेशानियाँ हो सकती है।
  • हाथ में पकड़ी जाने वाली किसी भी तरह की इलेक्ट्रोनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते वक़्त कंधों में तकलीफ या तेज़ दर्द, सिरदर्द, किसी व्यक्ति को ऊपरी पीठ या गर्दन में अचानक से दर्द महसूस होने पर डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।”

कैसे करें टेक्स्ट नेक सिंड्रोम से बचाव

  • थोड़ी सी सावधानी बरतकर हम इस गंभीर समस्या से बचे रह सकते हैं।
  • इसके लिए इन इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स को अपने आंखों के समानांतर लेवल पर रख कर इनका उपयोग करें और इस दौरान अपनी शारीरिक पोश्चर का भी ध्यान रखें।
  • ध्यान रखें की किसी भी डिजिटल उपकरण का बहुत देर तक लगातार उपयोग ना करते रहें चाहें तो कुछ कुछ देर का ब्रेक लेते रहें।
  • नियमित तौर पर Text Neck Exercises को करते रहें, विशेषकर गर्दन से जुड़े सारे व्यायाम इस समस्या का आसानी से समाधान कर सकती हैं।
  • ज्यादा परेशान ना हो Neck Pain Relief पाने के लिए आपको बस अपनी लाइफस्‍टाइल में कुछ बदलाव लानी है और ये समस्या छू मंतर हो जाएगी।

आज के इस लेख में आपने टेक्स्ट नेक सिंड्रोम से जुड़ी बहुत सारी उपयोगी जानकारियाँ जानी, अगर आपको भी लगता है की आप इस समस्या से पीड़ित हैं या भविष्य में पीड़ित हो सकते हैं तो इसका बचाव तुरंत शुरू कर दें।

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