आज कल के जमाने में मोटापा एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। ख़ास कर के भारत जैसे विकासशील देशों में जहाँ आधुनिकता के बढ़ते चलन की वजह से जंक फ़ूड कल्चर अपने पाँव पसार चूका है मोटापा एक बड़ी समस्या बन कर सामने आ रही है।
यह मोटापा धीरे धीरे एक महामारी की तरह अपना रूप अख्तियार करता जा रहा है। इसकी वजह से लाइफ स्टाइल सम्बंधित मेडिकल प्रोब्लम्स जैसे मधुमेह तथा ब्लड प्रेशर आदि बढ़ते हुए जा रहें हैं।
आज के वक़्त में बढ़ता मोटापा और उसकी वज़ह से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को सबसे महत्वपूर्ण और चिंताजनक विषयों में से एक माना जा रहा है। मोटापे की समस्या के बहुत सारे कारण हो सकते हैं पर इसका एक सबसे बड़ा कारण है अनियमित जीवनशैली और खान पान से होने वाले Eating Disorders को माना जाता है।
इसे हिंदी में भोजन विकार के नाम से भी जाना जाता है। इस भोजन विकार की समस्या का कारण मुख्यतः हमारी ख़राब जीवनशैली और अनियमित खान पान को माना जाता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे भोजन विकार की समस्या के बारे में बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारियां। पढ़ें What is an Eating Disorder.
What is an Eating Disorder: इटिंग डिसऑर्डर क्या है, जाने इसके उपचार
युवा वर्ग में है फिटनेस के प्रति पागलपन
युवा वर्ग आज कल अपने शरीर को ले कर बहुत ज्यादा परेशान रहता है, ख़ास कर के लड़कियाँ तो अपनी बॉडी इमेज को लेकर बहुत ज्यादा सजग और चिंतित रहती हैं। उनका मानना होता है को आकर्षक नजर आने के लिए छरहरी शारीरिक काया और एकदम फिट फिगर होना बहुत जरूरी है। मॉडलिंग करने वाली अल्ट्रा स्लिम लड़कियों को देख देख कर हमारे समाज में एक गलत और भ्रामक संदेश जाता है, कि अगर आपको स्वयं को फिट तथा सुन्दर रखना है तो आपको खाना कम खाना होगा और डाइटिंग करना होगा। ये सब हमारे समाज में एक गलत और नकारात्मक संदेश देते है। इसके अलावा आजकल बाजार में कई सारे मोटापा कम करने के प्रोडक्ट भी नजर आ जाते और जिसके अक्सर बहुत सारे दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं।
फिटनेस की पागलपन के कारण होता है भोजन विकार
इन सब कारणों से हीं आज लोगों के बीच एक दुविधा की स्थिति बन गई है। युवा वर्ग वज़न घटाने और फिटनेस पाने के प्रति पागल हो गया है। ऐसी स्थिति में वो कोई भी उपाय या नुस्खा बिना ये जाने की उसका क्या साइड इफेक्ट है आजमाने लग जाता है। इन्हीं वजहों से बहुत लोग खुद से हीं खाने से परहेज करने लग जाते हैं ताकि वो अपना वजन कम कर पाए। ऐसी स्थिति में व्यक्ति की भोजन के प्रति भावना बदल जाती है। ऐसी भावना की वज़ह से हीं वह परहेज करना आरम्भ कर देता है, इस परहेज का मतलब हुआ की भूख होने के बाबजूद भी मन को दबा लेना और खाना नहीं खाना ये सोच कर की इससे उनका वजन बढ़ जायेगा। धीरे धीरे यही भोजन ना करने की सोच आगे चल कर भोजन विकार के रूप में सामने आ जाती है। यही सबसे मुख्य Causes of Eating Disorders होते हैं।
भोजन विकार एक मानसिक समस्या है
- अगर कोई व्यक्ति भोजन ग्रहण करते समय खुश नहीं रहता है तो वो खाना जो वो खा रहा है अच्छी तरीके से नहीं पच पाता है।
- इसी वज़ह से उस व्यक्ति के शरीर में भोजन से मिलने वाले पोषक तत्व नहीं पहुँच पाते हैं और उसके शरीर में पोषक तत्वो की कमी होने लग जाती है।
मनोचिकित्सकों के मुताबिक़ Types of Eating disorders तीन हैं
एनोरेक्सिया नर्वोसा (Anorexia Nervosa)
- यह एक ऐसी समस्या होती है जिसके हो जाने पर इससे पीड़ित व्यक्ति अपनी शरीर की आवश्यकता से बहुत कम भोजन को ग्रहण करता है।
- ऐसा करने की वज़ह से आयु, लिंग तथा विकास प्रक्षेपवक्र के हिसाब से कम वजन हो जाता है।
- इसके और दुसरे गंभीर लक्षणों के अनुसार पीड़ित व्यक्ति के मन में हमेशा वजन बढ़ जाने का डर बना रहता है पर सच ये होता है की उसके शरीर का वर्तमान वजन पहले से हीं बहुत कम होता है।
बुलिमिया नर्वोसा (Bulimia nervosa)
- इस समस्या से परेशान व्यक्ति को खाना खा कर बाहर उगल देने की आदत लग जाती है।
- इससे पीड़ित व्यक्ति पहले तो अपनी आवश्यकता से भी अधिक आहार खा लेता है और फिर उस खाए हुए आहार को अपने पेट से किसी भी तरह चाहे तो उबकाइयां ले कर या फिर मुह में ऊँगलीयां डाल डाल कर उलटी के माध्यम से बाहर निकाल देने की कोशिश करता है।
- ऐसा वो व्यक्ति इस लिए करता है क्योंकि वो खुद को बहुत ज्यादा खाना खा लेने के लिए कसूरवार मानने लग जाता है।
- वोर व्यक्ति उलटी के अलावा बार बार जुलाब जा कर खाने को बहार निकलने का प्रयास करता है और जबरदस्ती उलटी कर देने की कोशिश से अपने पाचन तंत्र तथा भोजन नली को हानि भी पहुँचाता रहता है।
अधिक खाने का विकार (Binge eating disorder)
- इस अधिक खाने के विकार को घातुमान विकार के नाम से भी जाना जाता है और Binge Eating हो जाने पर पीड़ित व्यक्ति को आवश्यकता से भी ज्यादा खाना खाने के दौरे अक्सर पड़ते रहते हैं।
- वह व्यक्ति खाना खाते समय अपने आप को नियंत्रण में नहीं रख पाता है और ज्यादा खाने से हो सकने वाले नुकसान को भी समझ नहीं पाता है।
क्या हैं इसके उपचार (Eating Disorder Treatment)
- इन भोजन विकार की समस्या का उपचार हो सकता है और इसके ठीक हो जाने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि उपचार समस्या शुरू होने के बाद कितनी जल्दी होता है।
- यह एक मानसिक बीमारी है अतः इस समस्या के निदान में एक योग्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक आपको विस्तार से यह समझाने में मदद कर सकते हैं।
- अगर आप मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक से इस बारे में परामर्श लेने के लिए दुविधा में है तो आप एक सामान्य चिकित्सक से भी इस बारे में बात कर सकते हैं।
अगर आपको या फिर आप ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हों जिनमे Eating Disorder Symptoms जैसे अचानक से वजन का घटने लग जाना, खुद को चोट पहुँचाने की कोशिश करने का व्यवहार नजर आने के लक्षण दिखें तो यह एक प्रकार का खाने का विकार हो सकता है अतः उन्हें तुरंत मनोचिकित्सक से सलाह लेने की जरूरत होती है।