World No Tobacco Day 2018: तम्बाकू के खतरे को पहचाने और इसे ना कहें

World No Tobacco Day 2018: तम्बाकू के खतरे को पहचाने और इसे ना कहें

अगर आपको सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, तंबाकू या पान आदि की लत लगी हुई है तो आपको यह समझने की जरुरत है की आपकी जिन्दगी अनमोल है और आप अपनी जिन्दगी के साथ गलत कर रहे हैं। तम्बाकू वाले किसी भी पदार्थ का सेवन करने का मतलब ये है की आप अपनी जिंदगी और सेहत के साथ दुश्मनी मोल ले रहे हैं।

तंबाकू की इस बुरी लत में फंसे हर व्यक्ति यह संकल्प लेने की जरुरत है की उन्हें सेहत के इस दुश्मन को तुरंत हीं हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए। अगर आप तम्बाकू को नहीं छोड़ सकते तो आपकी जिन्दगी आपका साथ समय से पहले छोड़ देगी ये भी निश्चित मान लें।

यह जानलेवा तंबाकू दरअसल अनेक प्रकार की रोगों का एक प्रमुख वज़ह है। तंबाकू से बने हर उत्पाद के सेवन से न सिर्फ आपका पर्सनल, शारीरिक तथा मेंटल नुकसान हो रहा है बल्कि समाज पर भी इसके दूरगामी और आर्थिक दुष्प्रभाव अब दिखाई देने लगे हैं।

आज World No Tobacco Day है, आज के दिन इसी विषय पर लेख लिखते हुए हम आपको तम्बाकू के सेवन से हो रहे दुष्परिणामों के बारे में बताने जा रहे हैं। पढ़ें World No Tobacco Day 2018.

World No Tobacco Day 2018: विश्व तम्बाकू दिवस पर तम्बाकू को कहें ना

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तम्बाकू के कारण अब हालत और ज्यादा बुरे होते जा रहे हैं। हालात यह हो गई है कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे हो साल 2016-17 में हुआ था की रिपोर्ट के मुताबिक़ देश भर में 15 साल से ज्यादा की आयु के लोगों में से करीब 10 करोड़ लोग सिगरेट या फिर बीड़ी का सेवन करते हैं। आंकड़ों के अनुसार विश्व भर में तंबाकू के सेवन करने की वज़ह से औसतन 70 लाख लोगों की हर साल मौत हो जाती है।

कैसे हो भारत तम्बाकू से मुक्त?

  • तंबाकू के सेवन से हो रहे नुक्सान को देखते हुए भारत सरकार ने कुछ अच्छे कदम उठाए हैं।
  • इसी संदर्भ में सीओटीपीए एक्ट, 2003 के अनुसार तंबाकू या उससे बने किसी भी तरह पदार्थो के प्रचार-प्रसार, बिक्री और वितरण पर बड़ी सख्ती के साथ रोक लगाने की बात कही गई थी।
  • इसी पर 31 मई 2004 को Anti-Tobacco Day पर हीं इस कानून को कार्यान्वित किया गया था।
  • भारत सरकार ने इसी क्रम में आगे तंबाकू उत्पादों के सभी पैकेट पर तंबाकू विरोधी सचित्र चेतावनी देने के लिए भी तम्बाकू उत्पाद कंपनियों को आदेश दिए।

कैंसर का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू

  • तंबाकू से करीब 25 प्रकार की बीमारियां और करीब 40 तरह के कैंसर हो सकते हैं।
  • इनमें माउथ कैंसर, गले का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, प्रोस्टेट ग्रंथि का कैंसर, पेट का कैंसर तथा ब्रेन ट्यूमर आदि मुख्य रूप से इनमे शामिल हैं।
  • तंबाकू और धूम्रपान से हो रहे अलग अलग तरह के कैंसरों में विश्व में सबसे अधिक मुह का होता है।
  • इस तंबाकू के कारण हीं लगभग 45 लाख लोग हर साल हृदय रोग से भी पीड़ित हो जाते हैं और करीब 40 लाख लोग हर साल फेफड़े से संबंधित रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं।

गंभीर बीमारियों का खतरा

  • कैंसर के अलावा भी तंबाकू के सेवन से कई और बीमारियाँ हो सकती हैं इनमे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक व स्ट्रोक मुख्य है।
  • सारे अलग अलग प्रकार के कैंसरों में लगभग 30 प्रतिशत कैंसर तंबाकू की वज़ह से ही होते है।
  • मुंह तथा फेफड़े में लगभग 70 प्रतिशत कैंसर होने की वज़ह तंबाकू ही होती है।
  • इसका सेवन भोजन की नली, किडनी, लिवर तथा यूरीनरी ब्लैडर में कैंसर की संभावना को बाधा देता है।

निकोटिन का खतरा

  • तंबाकू में हजारों प्रकार के रासायनिक तत्व मौजूद होते हैं, इन तत्वों में से कई तत्व कैंसर सेल्स के बनने का कारण बन जाते हैं।
  • तंबाकू के अन्दर निकोटिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो मानव शरीर के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होता है।
  • निकोटिन की वज़ह से तंबाकू खाने की लत सी लग जाती है।
  • तम्बाकू की जिसे लत लग जाती है उसके ब्लड में जब निकोटिन का स्तर कम होने लग जाता है, तभी उसे को तंबाकू खाने की तलब लगती है।
  • जो लोग मुंह के अन्दर तंबाकू को रखकर खाते हैं उनमें मुंह के कैंसर के होने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है।
  • और जो लोग धूम्रपान अधिक करते हैं, उनमें फेफड़े के कैंसर के होने का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

पैसिव स्मोकिंग

  • अगर आपके आस पास कोई धूम्रपान करता है और आप ज्यादातर वक़्त उसके संपर्क में रहते हैं तो आप भले सिगरेट ना पीते हो पर आपको भी तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है।
  • इसे हीं मेडिकल लैंग्वेज में पैसिव स्मोकिंग के नाम से जाना जाता हैं।
  • तंबाकू का किसी भी प्रकार से सेवन करना आपके शरीर के साथ अन्याय करना होता है। इसलिए जितनी जल्दी हो सके तंबाकू की लत को छोड़ देना चाहिए।
  • याद रखें, अगर आपका संकल्प दृढ़ हो तो आप तंबाकू को आसानी से छोड़ सकते है। तंबाकू की लत को छोड़ देने से शरीर पर पड़े इसके बुरे प्रभाव कुछ समय के बाद कम हो जाते हैं।

आज के इस लेख में हमने World Tobacco Day पर भारत में हो रहे तम्बाकू के सेवन से नुकसानों पर चर्चा की। हमने बताया की कैसे तम्बाकू का किसी भी प्रकार से सेवन करना आपके और आपके शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अगर आपके आसपास कोई धूम्रपान करता है तो यह भी आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। अब आप इस तम्बाकू से होने वाले नुक्सान को अच्छे से जान गए होंगे और अगर यह लत आपको या आपके आस पास किसी को होगी तो उन्हें यह लत छोड़ने के लिए जरूर कहेंगे।

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