आज के ज़माने में बीमारियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। दुनिया में आज अनगिनत प्रकार की बीमारियाँ है जिनके बारे में हमे अभी तक पूरी जानकारी भी नहीं है। इन्हीं बीमारियों में शामिल एक सामान्य समस्या है बुखार। बुखार के भी कई प्रकार होते है। जिनके बारे में जानना ज़रुरी है ताकि आप उनके लक्षणों को पहचान कर उसका सही उपचार करा सके क्योंकि कई तरह के बुखार जानलेवा भी हो सकते है।
इस लेख में हम आपको ऐसे ही एक बुखार के बारे में जानकारी दे रहे है। टाइफाइड यह एक प्रकार का बुखार होता है। इसके नाम से तो आप परिचित होंगे। लेकिन बहुत से लोग इसके बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं रखते होंगे जिसके कारण इस तरह के बुखार को अनदेखा कर देते है।
टाइफाइड के बारे में सारी और संपूर्ण जानकारी होना बहुत ज़रुरी होता है। तभी इसका सही प्रकार से उपचार हो सकता है।
टाइफाइड का उपचार दवाओं के जरिये किया जाता है लेकिन आप इसके साथ साथ कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते है जो की टाइफाइड में मददगार हो सकते है। इसके लिए जानते है Home Remedies Of Typhoid के बारे में।
Home Remedies Of Typhoid: जाने टाइफाइड होने के कारण, लक्षण और उपचार
टाइफाइड: Typhoid Disease
- टाइफाइड बुखार में रोगी को 104 डिग्री सेल्िसयस तक बुखार होता है। यह साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।
- ज्यादातर लोगों को टायफाईड की समस्या दूषित खाना खाने और दूषित पानी से नाहने पर होता है।
- इस बुखार में रोगी को बुखार के साथ साथ स्किन पर रेशेज और पिंक स्पॉट भी हो जाते है।
टाइफाइड के लक्षण: Signs of Typhoid
- टायफाईड में रोगी के शरीर का तापमान 102 डिग्री सेल्िसयस से भी ज्यादा हो जाता है। इसके अलावा उसे भूख बहुत कम लगती है।
- इसके कारण पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है। वहीं लगातार सिर दर्द होना भी इसका एक कारण होता है।
- इसके अतिरिक्त शरीर में कमज़ोरी महसूस होती है साथ ही कुछ भी कार्य करने में थकावट सी लगती रहती है।
- उलटी के जैसा भी हमेशा महसूस होता रहता है। साथ ही बड़ों को कब्ज की शिकायत भी हो सकती है। इसके कारण बच्चों को दस्त होने लगते है।
यदि उपरोक्त लक्षण लगातार बने रहते है तो डॉक्टर को ज़रुर दिखाए और उनकी सलाह के अनुसार दवाओं का सेवन करे।
टाइफाइड होने के कारण: Typhoid Causes
- टायफाईड होने का मुख्य कारण दूषित खाना खाना और पानी पीना होता है जिसके कारण बैक्टीरिया पेट तक पहुंच कर संक्रमण फैलाते है।
- यदि आप दूषित पानी से स्नान करते हैं तो भी इसके होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
टाइफाइड से राहत के घरेलू उपाय: Home Remedies Of Typhoid
घरेलू उपाय के द्वारा भी टायफाईड का उपचार किया जा सकता है।
लहसुन से करे तापमान को कम
- लहसुन के उपयोग से टायफाईड के ज्वर को कम किया जा सकता है। इसका सेवन करने से शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिलती है।
- इसका यदि उपयोग किया जाता है तो यह शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाल देता है। साथ ही शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करता है जिसके कारण रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
- इसका उपयोग करने के लिए एक लहसुन की कली को ले लें और उसे पीस ले। फिर इसे गर्म पानी में मिला ले। इस पानी को लगभग 10 मिनट तक ढक कर रख दे। इसके बाद उस पानी को छन्नी की सहायता से छान ले। फिर इस पानी को थोड़ा थोड़ा करके सेवन करें। ऐसा करने से बुखार दूर हो जाता है।
प्याज के रस का उपयोग
- प्याज का रस भी इसके लिए बहुत ही असरकारी होता है। यह बहुत ही प्रभावी उपाय होता है।
- यदि टायफाईड के बुखार में आप प्याज के रस का सेवन करते है तो इससे बुखार को जल्दी से उतारा जा सकता है।
- साथ ही शरीर से यह बैक्टीरिया को भी नष्ट करने में मदद करता है। यदि आपको बुखार बार बार आ रहा है तो आप नियमित रूप से प्याज के रस का सेवन करे इससे बुखार के साथ साथ कब्ज की समस्या भी नहीं होती है।
तुलसी का इस्तेमाल
- तुलसी बहुत ही गुणकारी औषधि होती है, यह बुखार के लिए भी बहुत लाभकारी होती है।
- इसमें एंटीबायोटिक तथा एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जो की बैक्टीरिया को नष्ट कर देते है। इससे बुखार ख़त्म होने लगता है।
पेय पदार्थो का सेवन
- बुखार को जल्दी दूर करने के लिए पेय पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए। इसके लिए ताजे फल के रस, तरल पानी, हर्बल चाय आदि का सेवन कर सकते है।
- टायफाईड के कारण डिहाईड्रेशन भी होता है इसलिए ऐसे पदार्थों का सेवन करे जो की तरल अवस्था में हो।
- साथ ही साथ इस तरह के पदार्थ शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में भी मदद करते है। जिससे बुखार को कम करने में मदद मिलती है।
सेब का सिरका भी है असरकारी
- सेब के सिरके में पाए जाने वाले गुण टायफाईड को ख़त्म करने में सहायक होता है।
- इसलिए सेव के सिरके का इस्तेमाल करना अच्छा होता है। इसका उपयोग कर बुखार को कम किया जा सकता है।
- यह शरीर के अंदर के गर्मी को बाहर निकाल देता है जिसके कारण बुखार में बढ़ा हुआ तापमान कम होने लगता है।
- साथ ही टायफाईड के कारण दस्त की समस्या भी होती है। यदि आप सेव का सिरका इस्तेमाल करते है तो यह दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी को भी दूर करने का कार्य करता है।
अन्य उपाय
- बुखार को कम करने के लिए ठंडे पानी की पट्टियों को भी रोगी के सर पर रखना चाहिए इससे भी शरीर का तापमान कम होता है।
- टायफाईड को दूर करने के लिए लौंग का इस्तेमाल भी कर सकते है। यह भी बहुत असरकारी होता है।
- यदि रोगी को पुदीने और अदरक का काढ़ा दिया जाता है तो भी यह बुखार को उतारने में मदद करता है।
आवश्यक जानकारी
जैसा की अब आप जान गए है की टायफाईड दूषित पानी पीने और खाना खाने से फैलता है इसलिए सफाई पर विशेष ध्यान दे। पानी को हमेशा ढक कर रखे और गर्म करने के बाद ही पानी को पीये। साथ ही बाहर का दूषित भोजन व पानी पीने से भी बचे।
इस तरह आप उपरोक्त लक्षणों के दिखने पर अपने डॉक्टर से सलाह ले ताकि आपके बुखार का सही उपचार किया जा सके साथ ही यदि घरेलू उपायों से भी बुखार कम नहीं होता है तो भी डॉक्टर को ज़रुर दिखाए। इसमें देरी ना करे।