How To Stop Bad Dream: नींद में आने वाले बुरे सपनों को अब कहे बाय बाय

How To Stop Bad Dream: नींद में आने वाले बुरे सपनों को अब कहे बाय बाय

सपने सभी को आते है, दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जिसे सपने ना आते हों। कोई सोते हुए सपने देखता है तो कोई खुली आँखों से सपने देखता है। सपने भी दो प्रकार के होते है एक अच्छे सपने जिसे हम बार बार देखना चाहते है और एक वह जो बुरे होते है। जिसके लिए हम चाहते है की यह कभी भी दोबारा ना आये।

कुछ लोगो को बुरे सपने लगातार आते रहते है। इन सपनों के कारण वह दिन में भी चैन से नहीं रह पाते है। ऐसे सपने लोगो में तनाव और चिंता को पैदा कर देते है। इसके कारण उनका मन बाकी कामों में भी ठीक से लग नहीं पाता है।

कभी कभी यह सपने इतने ज्यादा भयानक होते है की लोगों की नींद हीं उड़ जाती है और यदि ऐसे स्वप्न रात को हर रोज आये तो व्यक्ति को अनिंद्रा की समस्या भी हो सकती है।

अपने कभी सोचा है की क्या होते है यह बुरे सपने? और क्यों आते है? यदि आते है तो इनका निवारण कैसे किया जा सकता है? आईये आज के लेख में इसी विषय पर जानते है विस्तार से How To Stop Bad Dream.

How To Stop Bad Dream: जाने यह क्या है, इसके कारण, लक्षण और उपचार

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क्या है Nightmare Disorder?

  • कभी कभी कुछ लोगो को बार बार बुरे सपने आने लग जाते हैं जिसके कारण वह चिड़चिड़े हो जाते है साथ ही छोटी छोटी बातों पर भी गुस्सा करने लगते है।
  • उनमें हमेशा तनाव की स्थिति बनी रहती है। ऐसा व्यक्ति बुरे सपने से नींद टूट जाने के बाद दोबारा सो नहीं पाता है।
  • यह सपने इतने भयानक होते है की व्यक्ति इसके कारण डरा डरा सा रहने लगता है। इस प्रकार की समस्या मानसिक विकार के कारण होती है जिसे नाइटमेयर डिसऑर्डर या पैरासोम्निया, PTSD(पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) भी कहा जाता है।
  • यह सभी उम्र के लोगों को हो सकता है। हालांकि, बच्चों में दुःस्वप्न अधिक आम बात होते हैं, खासतौर पर 10 वर्ष से कम आयु के लड़कियों में लड़कों की तुलना में दुःस्वप्न से परेशान होने की संभावना अधिक होती हैं।

Reasons for Bad Dreams

इस प्रकार के सपने आने के पीछे कई कारण हो सकते है जिनमे से कुछ इस प्रकार है जैसे

  • बचपन में कोई भयानक घटना का होना
  • किसी चीज को लेकर हमेशा तनाव में रहना
  • रात्रि में डरावनी फिल्मे देखना
  • डरावनी पुस्तक पढ़ने से या वीडियो गेम खेलने से
  • बीमारी या बुखार होने पर
  • शराब या फिर नशीली दवाओं का सेवन
  • कुछ दवाओं के सेवन को बंद करने से
  • नींद पूरी ना होने के कारण
  • कभी कभी खानपान के कारण

कैसे करे इसकी पहचान

  • यदि डरावने सपने बार बार आये जिसके कारण आपकी नींद खुल जाए और फिर आप सो न सके।
  • ऐसा वीक में कई बार होता है तो यह नाइटमेयर डिसॉर्डर हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना उचित होता है।

उपचार

  • नाइटमेयर डिसॉर्डर के उपचार के लिए डॉक्टर सपने आने के कारण को जानने की कोशिश करता है जिसमे वह उत्तेजक पदार्थ जैसे कैफीन, अल्कोहल और कुछ अवैध दवाओं के उपयोग के बारे में प्रश्न पूछा जाता है।
  • यह भी जानने की कोशिश कर सकता है की आप वर्तमान में कौन सी दवा ले रहे है।
  • साथ ही वह आपको पॉलीसोम्नोग्राफी टेस्ट कराने की सलाह भी दे सकता है। इसके द्वारा मस्तिष्क तरंगों, नींद के दौरान हृदय गति, सांसों, आँखों, मांसपेशी का खिंचाव और टांगों की हरकते अदि को रिकॉर्ड करने हेतु शरीर के कई हिस्सों में सेंसर को लगाया जाता है। जिसके माध्यम से डॉक्टर को डिसऑर्डर के बारे में पता लगाने में आसानी होती है।
  • डिसॉर्डर के कारणों का पता लग जाने पर वह दवाओं की रूप रेखा तैयार करता है जैसे की यदि डिसॉर्डर का कारण किसी दवा का साइड इफेक्ट है तो वह उसके लिए कोई वैकल्पिक दवाई की सलाह दे सकते है।
  • यदि तनाव या डिप्रेशन इसकी समस्या है तो भी इसका इलाज संभव है। शराब और नशीले पदार्थ के कारण यह समस्या उत्पन्न हुयी है तो उसे बंद करने की सलाह दी जाती है।
  • कुछ दुर्लभ मामलों में नींद ना आने की दवा दी जाती है।

कैसे करे बचाव

लाइफस्टाइल में कुछ परिवर्तन करके इस समस्या को कम किया जा सकता है जैसे की

  • प्रति सप्ताह कम से कम तीन बार व्यायाम करना
  • शराब और कैफीन की मात्रा को सीमित रखना
  • Tranquilizers जैसी दवाओं से बचना
  • बिस्तर पर जाने से पहले, योग या ध्यान आदि करना
  • अपने सोने और जागने का एक निश्चित समय निर्धारित करना
  • तनाव और डिप्रेशन को दूर करने के लिए व्यायाम करे, साथ ही मोटापा भी नाईट मेयर का कारण हो सकता है जिसे योग व व्यायाम से दूर किया जा सकता है।
  • डरावनी फिल्में ना देखे और ऐसी किताबें भी ना पढ़े जिनसे बाद में आपको डर लगे
  • हेवी और ऑयली खाना भी इसका कारण बन सकता है इसलिए रात के समय इस प्रकार के खाने से दूरी बनाये।
  • बुरे सपनों के बारे में अपने करीबी को बताये। ऐसा करने से तनाव कम हो जाता है और फिर आपको दोबारा सोने में आसानी होगी।
  • मेडीटेशन करने से तनाव और डिप्रेशन कम होता है मन शांत रहता है जिससे नींद अच्छी आती है इसलिए प्रतिदिन मेडिटेशन करना अच्छा रहता है। यह नाईट मेयर की समस्या को कम करने में भी मदद करता है।

बच्चो में स्वप्न दोष से बचाव

  • यदि आपके बच्चे को बुरे सपनों से डर लगता है तो उनसे उन सपनों के बारे में बातें करे और उन्हें यकीन दिलावे की यह सपने उन्हें हानि नहीं पंहुचा सकते है।
  • इसके अतिरिक्त अपने बच्चों के सोने की दिनचर्या तैयार करे। उनका सोने का एक ही समय रखे।
  • अपने बच्चे को गहरी सांस लेने का अभ्यास कराये इसे आराम मिलेगा।
  • रात में अपने बच्चे को टेडीबीयर या कंबल जैसी कोई चीज दे जिससे वह आराम से सो सके।
  • बच्चों को नाईट मेयर के बारे में लिखने को कहे ताकि आपको उन्हें समझने में आसानी होगी।
  • रूम में हलकी रौशनी वाली नाईट बल्ब का उपयोग करे और बच्चे के रूम का दरवाजा खोल कर रखे।

इस तरह आप नाईट मेयर के बारे में पता कर सकते है और उनका बचाव भी कर सकते है यदि आपके आस पास किसी को इस प्रकार की समस्या है तो उन्हें भी इस बारे में जानकारी दे साथ ही डॉक्टर से परामर्श लेने की भी राय दे। सोने से पहले मन में अच्छे विचार लेकर ही सोये। जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अच्छे सपने आते है।

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