मल्टी ग्रेन का मतलब होता है मिक्स अनाज और मल्टी ग्रेन का Mix Atta इसी मल्टीग्रेन से बनता है। आम तौर पर हम अपने घर में गेहूं के आटे का इस्तेमाल रोटियों के लिए करते हैं। पर हम इसी गेहूं के आटे में गेहूं के अलावा कुछ और अनाज को मिला कर के इससे बने आटे का लाभ उठा सकते हैं जो सेहत के दृष्टिकोण से ज्यादा फायदा पहुँचाता है।
मल्टी ग्रेन आटे में गेहूं के साथ साथ चना, चावल, मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन, तिल्ली आदि को मिक्स कर के इसका आटा तैयार किया जाता है। यह आटा गेहूं के आटे की तुलना में बहुत ज्यादा पौष्टिक तत्वों से भरा होता है और आपकी सेहत के लिए बिलकुल मुफीद होता है।
इस मल्टीग्रेन आटा की मदद से बने रोटी या फिर इससे बने कोई भी दूसरे व्यंजन आपके शरीर को एक साथ कई प्रकार के पौष्टिक तत्वों की एक साथ में आपूर्ति कर देता है, जबकि इसके मुकाबले में सामान्य आटे से आपके शरीर को सीमित मात्र में पोषण मिल पाता है।
आज के इस लेख में इसी मल्टी ग्रेन आटे की खूबियों और इसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे। मल्टी ग्रेन के फायदों बारे में जानने के लिए अब पढ़ें Multigrain Atta Benefits.
Multigrain Atta Benefits: सामान्य आटे के बजाय इस्तेमाल करे मल्टीग्रेन का पौष्टिक आटा
मुख्य रूप से गेहूं के साथ जौ, बाजरा, सोयाबीन, तिल्ली, काला चना और ज्वार आदि को मिक्स कर के मल्टग्रेन आटा बनाया जाता है। बहुत सारे अनाजों से मिल कर तैयार यह आटा बेहद फायदेमंद होता है और शरीर को हर प्रकार से पोषण प्रदान करता है। आइये अब जानते हैं इस आटे के सेवन से मिलने वाले लाभ के बारे में।
मोटापा करे दूर: Multigrain Atta for Weight Loss
- अगर आप अपने बढ़ते वज़न और मोटापे की समस्या से परेशान रहते हैं तो आप सिर्फ गेहूँ के आटे से तैयार रोटी का सेवन करना छोड़ दें।
- ऐसे में इस मोटापे की समस्या में आपकी सहायता बाजरा, चना तथा ज्वार आदि अनाजों से तैयार आटे की रोटी कर सकती है। इसका सेवन करने से आपका वजन नियंत्रण में रह सकता है।
- इन मिक्स अनाजों के मेल से तैयार आटे से अच्छी मात्र में फायबर मिल जाता है जिसकी मदद से पाचन तंत्र अच्छे से कार्य करने लगता है और कब्ज की परेशानी भी नहीं होती है।
- अत्याधिक मात्रा में फायबर के मिलने से यह आपके शरीर के वज़न को कम करने में मदद करता है और आप धीरे धीरे दुबले होने लग जाते हैं।
प्रतिरोधक क्षमता बढाने में मददगार
- सामान्य गेहूं के आटे के बजाय Multigrain Flour की रोटियाँ आपके शरीर के रोग लड़ने की क्षमता जिसे प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं को बढ़ा देता है।
- इसके कारण कमजोर या फिर दुर्बल व्यक्ति भी धीरे धीरे स्वास्थ्य और तंदुरुस्त हो जाता है साथ हीं सर्दी खांसी और संक्रमण आदि की समस्याओं से खुद हीं बचाव कर पाने में सक्षम हो जाता है।
मधुमेह और रक्तचाप में में राहतकारी
- मधुमेह और अनियंत्रित रक्तचाप की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए मल्टीग्रेन के आटे से बनी रोटी का सेवन बहुत फ़ायदेमंद माना जाता है।
- रक्तचाप के मरीजों को सिर्फ गेहूँ के आटे के बजे इसमें कुछ दाल आदि अन्य अनाजों को मिक्स कर के इसका सेवन करना चाहिए, मल्टीग्रेन आटे के सेवन से रक्तचाप की समस्या दूर हो जाती है।
- अगर बात Multi Grain Flour for Diabetes की करें तो इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति अगर 10 किलोग्राम गेहूँ के आटे में 1 किलोग्राम जौ के साथ 100 ग्राम मेथी दाने पिसवा कर इसका सेवन करे तो इससे उस व्यक्ति का मधुमेह नियंत्रण में रहता हैं। दरअसल मेथी मधुमेह की समस्या में बहुत फ़ायदेमंद माना जाता है।
महिलाओं की समस्या में फायदेमंद
- महिलाओं में अकसर देखे जाने वाले हार्मोन्स के असन्तुलन से हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्टेरॉल तथा मधुमेह आदि समस्याओं में मल्टीग्रेन आटे का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है।
- ऐसी स्थिति में महिलाओं को 10 किलोग्राम गेहूँ, 3 किलोग्राम चना, 1 किलोग्राम जौ और 2 किलोग्राम सोयाबीन को मिला कर बनने वाले मल्टी ग्रेन का सेवन बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद माना जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी
- इसके साथ हीं अगर गर्भवती महिलाओं की बात करें तो उन्हें केवल गेहूँ के आटे का सेवन अच्छा पोषण नहीं दे पाता है।
- इसके बदले उन्हें गेहूं में सोया, पालक, मेथी आदि डाल कर बनाये गए आटे का सेवन कराया जाना फ़ायदेमंद माना जाता है।
- इस मिक्स ग्रेन आटे के साथ बथुआ और अन्य हरी सब्जियों में अजवायन डाल कर इसकी रोटी बना कर इसका सेवन करना चाहिए। इससे गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्व मिलते हैं।
बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद
- ख़ास कर के बच्चों के लिए तो मल्टिग्रेन आटा बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता हैं। बच्चे जल्दी जल्दी ग्रोथ करते हैं और इसके लिए उन्हें ज्यादा पोषक तत्वों की जरुरत पड़ती है, जो मल्टी ग्रेन आटे के माध्यम से उन्हें मिल जाती है।
- इसके उपयोग के लिए 5 किलोग्राम गेहूँ में 1 किलोग्राम चना, 500 ग्राम जौ और 500 ग्राम सोयाबीन मिक्स कर के आटा तैयार करवाएं और बच्चों को इसका सेवन करवाएं।
कहाँ से लाये मल्टीग्रेन आटा
- मार्केट में आपको बहुत सारी कम्पनियाँ अपने अपने ब्रांड के मल्टीग्रेन आटे बेच रही हैं पर इन आटे की शुद्धता को लेकर संदेह होने के अलावा इसकी कीमत भी अधिक होने की वज़ह से बहुत सारे लोग इसका उपभोग करने से बचते हैं।
- आप चाहे तो इनमे से जिस ब्रांड पर आपको विश्वास हो वो आटा ले लें या फिर स्वयं ही विभिन्न अनाजों को मिक्स कर के इसे पिसवा कर इसका आटा तैयार करवा सकते हैं।
आज के इस लेख में आपने सामान्य आटे के बजाय मल्टीग्रेन आटे के उपयोग के फायदे के बारे में जाना। अगर आपको भी अपने आहार में पौष्टिकता बढानी है और साथ हीं लेख में बताये गए समस्याओं से निजात पाना है तो आप भी सामान्य आटे को छोड़ कर अब मल्टी ग्रेन आटे का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। यह आपको सामान्य बीमारीओं से तो बचाता हीं है साथ हीं यह आपकी प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा देता है जिससे आप तुरंत में किसी भी बीमारी के चपेट में नहीं आ पाते हैं।