महिला को गर्भावस्था के दौरान अक्सर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह समस्याएं डिलीवरी तक सीमित नहीं होती है। अगर आप ऐसा सोचते हैं की समस्याएं सिर्फ प्रसव तक ही रहती हैं तो आप गलत हैं।
डिलीवरी के बाद भी महिला को कई परेशानियाँ पेश आती है। जिसके लिए महिला को डिलीवरी के बाद भी तैयार रहना चाहिए। ताकि वह अपनी इन परेशानियों को कुछ कम कर सके या इनसे बच सके।
डिलीवरी के बाद शिशु का ख्याल रखना में चुनौती पूर्ण होता है खासकर उन महिलाओ के लिए जो नयी नयी माँ बनती है। साथ ही महिला के शरीर में भी कई तरह के परिवर्तन होने शुरू होते है जिनसे भी महिला को कुछ समस्या आ सकती है।
यदि आपको इन समस्याओं के बारे में जानकारी रहेगी तो आप अपनी इन समस्याओं को कम कर सकती है। साथ ही उन परिस्थिति के लिए पहले से ही तैयार भी हो सकती है। इस लेख में हम आपको डिलीवरी के बाद आने वाली समस्याओं के बारे में बता रहे है जो आपके लिए उपयोगी रहेंगी। आईये जानते है Post Pregnancy के बारे में।
Post Pregnancy: जाने प्रसव के बाद किन समस्याओ का करना पड़ता है सामना
प्रसव के बाद होने वाली समस्याएं: Post Delivery Problems
प्रसव यानि डिलीवरी के बाद भी महिला के शरीर में कई परिवर्तन होते है जिनका सामना महिला को करना पड़ता है जानते है प्रसव के बाद महिला को किस तरह की परेशानियाँ पेश आती है।
अधिक रक्तस्त्राव होना
- डिलीवरी के पश्चात् महिला को रक्तस्त्राव होता है। जो की होना बहुत ही आवश्यक होता है।
- यदि महिला को रक्स्राव नहीं होता है तो रक्त के थक्के जम सकते है जो आगे चलकर नुकसानकारी भी हो सकते है। इसलिए प्रसव के बाद इसका भी ख्याल रखे।
संक्रमण का खतरा
- प्रसव के बाद संक्रमण होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है खासकर यह उन महिलाओ में ज्यादा होता है जिनकी नार्मल डिलीवरी होती है।
- इस समस्या से बचने के लिए साफ सफाई का ध्यान रखना बहुत ही ज़रुरी होता है साथ ही आप अपने डॉक्टर से भी इसके लिए सलाह ले सकते है।
स्ट्रेच मार्क आना
- प्रसव के बाद अधिकांश महिलाओ को पेट, कूल्हों और जांघो पर स्ट्रेच मार्क आ जाते है।
- यह शरीर में हार्मोंनल परिवर्तन के कारण होते है साथ ही त्वचा में खिचाव होने के कारण भी यह हो जाते है। यह निशान जाते नहीं है लेकि इन्हे कुछ क्रीम और तेलों के जरिये कम किया जा सकता है।
बालों का गिरना
- प्रसव के बाद बालों का गिरना बहुत ही सामान्य होता है।
- प्रसव के बाद आपके बाद बाल रूखे और बेजान दिखने लगते है। साथ ही अधिक संख्या में बाल गिरने भी लगते है।
स्किन में परिवर्तन होना
- प्रसव के बाद महिला की स्किन में भी परिवर्तन आते है। स्किन रूखी हो जाती है।
- यदि आपकी त्वचा पहले से ही रूखी है तो प्रसव के बाद यह अधिक रूखी हो जाती है।
वजन भी बढ़ता है
- गर्भावस्था के दौरान वजन का बढ़ना सामान्य होता है।
- कुछ महिलाओ का प्रसव के बाद भी वजन तेजी से बढ़ने लगता है क्योंकि प्रसव के बाद चिकनाई युक्त भोजन करना होता है साथ ही ड्राई फ्रूट्स का भी सेवन किया जाता है और आराम भी ज़रुरी होता है जिसके कारण वजन में तेजी से वृद्धि होने लगती है।
दांतो की समस्याएं
- प्रसव के बाद महिलाओ को दांतो की समस्या भी होने लगती है। महिलाओ के दांतो की चमक नहीं रहती है और यह पीले दिखने लगते है।
- साथ ही दांतो में छेद, मसूड़ों में सूजन और मवाद भी आने लगता है।
मूत्र त्याग में परेशानी
- जिन महिलाओ को नार्मल डिलीवरी होती है उन्हें कुछ दिनों तक मूत्र त्यागने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि डिलीवरी के दौरान टिश्यु छिल जाते है जिनके कारण दर्द होता है।
बच्चेदानी के आकार में वृद्धि
- प्रसव के बाद बच्चेदानी के आकार में भी वृद्धि होती है यह पहले की अपेक्षा मोटी और बड़ी हो जाती है।
- यह छह महीने के बाद अपने सामान्य अवस्था में आने लगती है। इसका मुख्य कारण हार्मोन्स परिवर्तन के कारण होता है।
होती है अन्य समस्याएं भी
- पैरो में सूजन का आना भी प्रसव के बाद एक समस्या बन जाता है। साथ ही पीठ व कमर में भी दर्द की परेशानी होती है।
- इसके अलावा स्तनों में भी परिवर्तन होता है। इसलिए स्तनों की देखभाल भी ज़रुरी होती है।
- महिलाओ को पैरानियम की परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। यह वह स्थान होता है जहाँ पर महिला को टाँके लगाए जाते है। टाँके लगने से उस स्थान पर कुछ दिनों तक सूजन व दर्द बनी रहती है। जिसके कारण भी परेशानी होती है।
- हार्मोन्स में परिवर्तन के कारण महिला को तनाव की स्थिति भी आ जाती है क्योंकि प्रसव के बाद खुद का ख्याल रखना साथ ही नवजात शिशु का भी ध्यान रखना होता है। जो की चुनौती पूर्ण हो सकता है। जिसके चलते भी महिला डिप्रेशन से परेशान हो सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान कई शारीरिक परिवर्तन होते है और प्रसव के बाद शरीर को पुनः पहले वाली स्थिति में आने में समय लगता है जिसके कारण भी कई परेशानियाँ सामने आती है। साथ ही काम करने में भी कमजोरी लगती है। कभी कभी घुटनो और जोड़ों में भी दर्द की समस्या पैदा हो सकती है।
इस तरह महिलाओ को After Delivery कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं के ज्यादा होने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे ताकि यह समस्याएं आगे चलकर गंभीर रूप ना ले सके।
जब महिला नयी नयी माँ बनती है तो वह इस प्रकार की समस्या से अनजान रहती है और जब यह समस्याएं होती है तो उन्हें चिंता, भय व तनाव हो जाता है। इस लिए आप इस लेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकती है और यदि आपको फिर की कोई परेशानी होती है तो अपने डॉक्टर को की भी सलाह ले सकती है।
Post Pregnancy Problem होना सामान्य बात होती है लेकिन इन समस्याओं पर भी ध्यान देना ज़रुरी होता है ताकि इन समस्याओं से कोई अन्य परेशानी उत्पन्न ना हो सके साथ ही महिला के स्वास्थ्य पर बुरा असर न हो और वह समय के साथ स्वस्थ्य भी हो पाए। इसलिए इन जानकारी को भी ध्यान में रखे।