Snake Bite Treatment in Hindi: सांप काटने पर न करें पैनिक, सूझबूझ से करवाएं अपना उपचार

Snake Bite Treatment in Hindi: सांप काटने पर न करें पैनिक, सूझबूझ से करवाएं अपना उपचार

हिंदी फिल्म उद्योग बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में आपने सांप की कहानियां देखी होंगी ये कहानियां वास्तविकता से बिलकुल परे होती हैं। सांप से जुड़े तथ्य कहानियों और फिल्मों से बिलकुल जुदा होते हैं। वास्तविक दुनिया में सांप से बच के रहने की जरुरत होती है क्योंकि इसका इलाज कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है।

सांप के भी कई नस्ल होते हैं। आकार प्रकार, रंग आदि के अलावा कई सांप बहुत जहरीले होते हैं तो कई सांप बिलकुल भी जहरीले नहीं होते हैं। पुराने समय में जब चिकित्सा विज्ञान का इतना ज्यादा चलन नहीं था तब Snake Bite के कारण से बहुत सारे लोग बिना सही उपचार के काल के गाल में चले जाते थे। उस समय लोगों को यह पता ही नहीं होता था कि आखिर सांप काटने पर क्या करें और क्या ना करें। तब बहुत कम लोग यह जानते थे की सभी साँप जहरीले नहीं होते हैं।

अगर सिर्फ भारत की बात करें तो यहाँ करीब पाँच से छह सौ नस्ल के साँप मिल जाते हैं और इनमे बहुत कम ऐसे साँप होते हैं जो बहुत ज्यादा जहरीले होते हैं। पर जब लोगों को सांप काटता है तब लोग ये जाने बिना की वो सांप जहरीला है या नहीं लोग पैनिक करने लग जाते हैं और डर के कारण दिल का दौड़ा पड़ने की वजह से मर जाते हैं।

साँप काटने के बाद उसका जहर पूरे शरीर के महत्वपूर्ण अंगो तक पहुँचने में करीब तीन से चार घंटे तक का वक़्त लेता है, इसके बाद हीं धीरे-धीरे जहर का प्रभाव शरीर पर होना शुरू हो जाता है। अगर आप इन बीच के 3-4 घंटों में सूझबूझ से काम लें और शांत दिमाग से डॉक्टर के पास जाएँ और इस बीच कुछ घरेलु उपचारों तथा Snake Bite First Aid को अपनाएँ तो आप इससे आसानी से बहार आ सकते हैं। आज के लेख में पढ़ें Snake Bite Treatment in Hindi.

Snake Bite Treatment in Hindi: जाने सांप काटने पर कैसे करवाएं इसका उपचार

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आजकल मौसम बदल रहा है और इस बदलते मौसम और झमाझम बरसात के साथ सांप-बिच्छू के बिलों, झाड़ियों, नालों, तालाबों में पानी भर जाता है और सांप बिच्छू बाहर खुले में आ जाते हैं। सांप के अचानक से सामने आ जाने पर या फिर सांप के पैरों से दब जाने पर या फिर किसी भी अन्य तरीके से भयभीय होने के बाद अपनी जीवन रक्षा हेतु हीं सांप किसी व्यक्ति को काटता है। दरअसल इंसान से दुनिय का हर जीव डरा हुआ होता है। इसलिए जब कभी भी आपको सांप दिखे तो उसे बिलकुल भी ना छेड़े और ना ही उसे कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश करें इसके बजाये आप वहां से दूर चले जायें।

पर बहुत बार अनजाने में सांप को नुक्सान पहुंचा देते है और सांप काट लेता है ऐसे में सांप के काट लेने पर तुरन्त बाद व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा के लिए डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। इस बीच कुछ घरेलु उपाय भी करना चाहिए ताकि जहर ज्यादा ना फ़ैल पाए। आइये जानते हैं कुछ घरेलु Snake Bite Treatment.

सांप काटने पर शुरूआती घरेलु उपचार 1

  • जैसे हीं किसी को सांप काटे तो काटने वाले स्थान के दोनों तरफ 4-4 इंच ऊपर नीचे रस्सी या धागे से कस कर बाँध दें।
  • ऐसा करने से जहर शरीर के उस हिस्से से आगे पूरे शरीर में जल्दी फैल नहीं पायेगा और इससे काफी हद तक जहर वहीं रूक जाएगा।
  • रस्सी या धागा बांधने के बाद जहाँ पर सांप के काटने का निशान है उस स्थान पर एक साफ़ कपड़े की मदद से बाहर की तरह दबाएं ।
  • ऐसा करने से जहर युक्त दूषित रक्त बाहर आने लगेगा और इससे काफी हद तक सांप के जहर का प्रभाव कम हो जाता है।
  • इसके बाद व्यक्ति आराम से अस्पताल तक सही सलामत ले कर जाया जा सकता है।
  • जब जहर युक्त दूषित रक्त बाहर निकल जाए तो रस्सी को खोल दें क्योंकि ज्यादा समय तक टाईट बांधे रहने से रक्त का संचार अवरुद्ध हो जाता है।

सांप काटने पर शुरूआती घरेलु उपचार 2

  • सबसे पहले एक इंजेक्शन के कर उसकी सुई को अलग रख दें और फिर इंजेक्शन के अगले सिरे का कुछ हिस्सा काट कर अलग कर दें। यह एक प्रकार का पिचकारी जैसा बन जायगा।
  • अब सांप के काटे गए स्थान पर परे निशानों से इंजेक्शन की मदद से जहर युक्त दूषित रक्त को खींचें।
  • यह पूरी प्रक्रिया 2 से 3 बार ही करें।
  • ऐसा करने से रक्त में घुल चूका जहर भी बहुत हद तक इंजेक्शन से बहार निकल जाता है और इससे सांप के जहर का असर भी कम हो जाता है।

जाने कुछ अन्य उपयोगी घरेलु उपचार

  • सांप काटने की वजह से होने वाले घाव को साफ तथा ठंड़े पानी से धायें। धोते समय डंक वाले स्थान को दबाएं। ऐसा करने से काफी मात्रा में डंक से जहरीला रक्त बाहर निकल जाएगा ।
  • नींबू के रस तथा मिट्टी के तेल को मिक्स कर के उसमे रूई डुबोएं और फिर उस रुई से डंक वाली जगह पर धीमे धीमे मलें। ये खून में जहर के प्रभाव को कम करने में काफी हद तक मददगार साबित होता है।
  • हींग तथा लहसुन को मिक्स कर के पीस लें और इसका पेस्ट डंक वाले जख्म के चारो तरफ लगाएं। ऐसा करने से काफी हद तक सांप का जहर शरीर के बाकी हिस्सों में फैलने से रुक जाता है।
  • सांप के काटे स्थान पर पुदीना तथा प्याज की पत्तियां घिस देने से भी जहर का प्रभाव धीरे-धीरे निष्क्रीय होने लग जाता है।
  • अनार तो आपने खाया होगा पर इसके पत्ते सांप के जहर से निजात दिलाते हैं। इसके लिए अनार के पत्तों के रस को निकाल कर डंक वाली जगह पर अच्छी तरह से मलें। इससे भी काफी हद तक सांप के जहर का प्रभाव कम हो जाता है।
  • सांप काटने के बाद कई बार बुखार आने लग जाता है। इस बुखार से बचने के लिए आप तुसली के पत्ते, अदरक तथा चायपत्ती को उबाल कर पीयें। इसमें चीनी का प्रयोग नहीं करें। इसकी मदद से व्यक्ति को बेहोश होने से रोक के रखा जा सकता है जो ऐसी परिस्थिति में बहुत ज़रूरी होता है।

आज के इस लेख में आपने जाना सांप के काटने के बाद शुरूआती उपचार में क्या किया जाना चाहिए। बता दें की ये सारे उपचार शुरूआती होते हैं अतः इसके बाद आपको डॉकटर से अपना उपचार ज़रुर करवाना चाहिए। लेख में बताये गए उपचार कुछ देर के लिए जहर को रोक कर रखने में मदद करते हैं।

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