त्रिकटु चूर्ण एक बहुत ही लाभकारी चूर्ण होता है जिसके सेवन से आप अलग अलग तरह की कई बीमारियों से निजात पा सकते है क्योंकि त्रिकटु चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि या कह सकते है एक आयुर्वेदिक चूर्ण है। इसलिए इसके सेवन से आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी नही होती है, साथ हीं इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट भी नही होता है।
Trikatu चूर्ण को आप घर में ही आसानी से बना सकते है। त्रिकटु चूर्ण को बनाने में उपयोग में आने वाली सभी तीनों तत्व गरम होते है इसलिए ये सर्दियों के मौसम के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है।
Trikatu Churna अपच और पाचन की बीमारी को तो ठीक करता ही है साथ ही इसकी तासीर गर्म होती है। गरम तासीर सर्दी और जुकाम की समस्याओं में भी बहुत फ़ायदेमंद साबित होती है।
Trikatu Powder के अनेक फायदों का लाभ उठाने के लिए आप इसका सेवन कर सकते है। आइये आज के लेख में इसी त्रिकटु चूर्ण के फायदों के बारे में जानते हैं। पढ़ें Trikatu Churna Benefits के बारे में विस्तार से।
Trikatu Churna Benefits: जानिए इसे बनाने की विधि और इसके अद्भुत फायदे
त्रिकटु चूर्ण को बनाने की विधि:
जैसा की इसके नाम से ही जाहिर होता है त्रिकटु के त्रि का मतलब तीन होता है। यह त्रिकटु चूर्ण तीन बहु-उपयोगी चीजों से मिलकर बनता है जो बहुत आसानी से बाज़ार में उपलब्ध हो जाती है या हो सकता है आपके किचन में ही ये तीनों चीजे मिल जाये। आइये जानते है इसे कैसे बनाया जाता है –
- सबसे पहले आप इसे बनाने के लिए सोंठ यानि की सुखा हुआ अदरक, काली मिर्ची और छोटी पीपल इन तीनों को बराबर मात्रा में ले लीजिये।
- अब इन तीनों को मिक्सर में या बारीक़ कूट कर इसका पाउडर बनाकर तैयार कर लीजिये।
- इन तीन महत्वपूर्ण तत्वों से मिलकर बना हुआ महीन चूर्ण ही त्रिकटु चूर्ण कहलाता है। ये कोई साधारण चूर्ण नही है। इसमें अनेक विशेषताएँ है जो आपके लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
त्रिकटु चूर्ण को सेवन करने के फायदे:
बुखार को दूर करे
त्रिकटु चूर्ण के सेवन से आपको बार बार बुखार आने की समस्या समाप्त हो जाती है क्योंकि ये एक एंटीबायोटिक का भी काम करता है। काली मिर्च ज्वर को समाप्त करने में उपयोगी होती है।
मितली की समस्या ख़त्म करे
अगर त्रिकटु चूर्ण को सेन्धा नमक के साथ मिलाकर क्या जाए तो इससे जी मिचलाना भी खतम होता है। त्रिकटु चूर्ण के सेवन से भूख का न लगना आदि समस्या भी दूर हो जाती है और इससे अच्छी भूख लगने लगती है।
साइनस में लाभकारी
जिन्हें साइनस की बीमारी हो उनके लिए भी त्रिकटु चूर्ण अच्छा होता है, अगर त्रिकटु चूर्ण और रीठा को पानी में मिलाकर नाक में डाला जाये तो इससे सारा जमा हुआ कफ बाहर निकल जाता है।
मोटापे में फ़ायदेमंद
त्रिकटु चूर्ण चयापचय में वृद्धि और मोटापे को कम करने में भी मदद करता है। वजन कम करने के लिए खाना खाने के आधा घंटे पहले त्रिफला चूर्ण के साथ त्रिकटु चूर्ण का सेवन करने से वजन को कम करने में मदद मिलती है।
अस्थमा रोगी के लिए रामबाण उपचार
यह श्वास सम्बन्धी बीमारियों को खत्म करने के लिए बहुत लाभकारी होता है। खाना खाने के एक घंटे पहले शहद के साथ त्रिकटु चूर्ण को लेने से फायदा होता है। ये फेफड़े से बलगम को कम करता है जिससे अस्थमा जैसे श्वास रोगों से निजात मिलती है।
Trikatu Benefits अन्य फायदे
- त्रिकटु चूर्ण में शहद मिलाकर चाटने से खांसी जल्दी ठीक हो जाती है।
- त्रिकटु, जवाखार और सेंधानमक को छाछ में मिलाकर पीने से जलोदर रोग ठीक हो जाता है।
- त्रिकटु और अविपत्तिकर चूर्ण को समान मात्रा में लेकर इसे एक चम्मच गुनगुने पानी से ले। इस से गले के टोंसिल की समस्या ख़त्म हो जाती है।
- अर्जुन की छाल को पीसकर त्रिकटु चूर्ण में मिलाकर इसका काढा बनाये जो हृदय रोगों में लाभ पहुँचाता है।
- त्रिकटु चूर्ण आमदोष जो सभी रोगों का कारण होता है उसे दूर करता है।
- यह यकृत लीवर को उत्तेजित करता है।
- त्रिकटु चूर्ण का सेवन करने से कोलेस्ट्रोल को भी संतुलित रखा जा सकता है।
- सर्दी के मौसम में होने वाले बदन दर्द को भी त्रिकटु चूर्ण के सेवन से खत्म किया जा सकता है।
- यह पेट से सम्बन्धित समस्याएं जैसे कब्जियत, पेट फूलना, भूख नही लगना आदि सभी पाचन क्रियाओं को सही करता है।
- यह यौन संबंधों में उत्तेजना को बढ़ाने में भी मदद करता है क्योंकि इसकी तासीर गरम होती है इसलिए ये प्रजनन अंगो को गरम करने और उत्साहित करने में भी वृद्धि करता है।
- ये त्वचा सम्बन्धी विकार जैसे हाथी पाँव जैसी समस्या में अगर इसे हरितकी, गुड और तिल के तेल साथ लिया जाये तो ये इन समस्याओं को खत्म करने में लाभकारी साबित होता है।
- ये पीनस (पुराने जुकाम) को भी खतम करने में लाभकारी होता है।
त्रिकटु चूर्ण के सेवन में सावधानियां:
- त्रिकटु चूर्ण की तासीर गरम होती है इसलिए गर्भवती महिलाओ को इसका सेवन नही करना चाहिए।
- जिन्हें बवासीर की समस्या हो उन्हें भी इसका सेवन नही करना चाहिए।
- यह गरम होने के कारण पित्त को भी बढ़ाता है इसलिए पित्त प्रकृति के लोगो को इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए।
- इसके अत्यधिक इसके सेवन से पेट में जलन की भी समस्या हो सकती है।
हिमालया त्रिकटु को पाचन तंत्र को सुधारने के लिए बनाया गया है। त्रिकटु चूर्ण पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में बहुत लाभकारी होता है। हिमालया एक बहुत अच्छी और बहुत पुरानी विश्वसनीय ब्रांड है हिमालया त्रिकटु गैस, एसिडिटी, बदहजमी आदि सभी समस्याओ को खत्म करने में सहायक होता है। Himalaya Trikatu Benefits पूरी तरह आयुर्वेदिक है इसलिए इसका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नही होता। हिमालया त्रिकटु की टेबलेट आती है जो काली मीर्च, लोंग और अदरक के मिश्रण से बनाई जाती है। इस टेबलेट के सेवन से आपका लीवर भी अच्छा रहता है हिमालया त्रिकटु के सेवन से आपकी भूख भी खुलती है क्योंकि अगर आपकी पाचन क्रिया सही चलने लगती है तो इससे आपको ऑटोमेटिक भूख भी लगती है। जो लोग बहुत ज्यादा दुबले पतले है या जिन्हें भूख नही लगने की समस्या हो उनके लिए हिमालया त्रिकटु बहुत फ़ायदेमंद साबित होगा ऐसे लोगो को इसका सेवन करना चाहिए। हिमालया त्रिकटु को आप डेली खाना खाने के बाद 1 या फिर 2 टेबलेट इसकी ले सकते है। जब भी आप इन टेबलेट को ले तो पानी ज्यादा से ज्यादा पिए। 2 टेबलेट से ज्यादा हिमालया त्रिकटु नही लेना है।
आज के इस लेख में आपने जाना आयुर्वेदिक औषधि त्रिकटु चूर्ण के बारे में, साथ हीं आपने जाना की कैसे यह चूर्ण आपके शरीर की बहुत सारी समस्याओं को खत्म कर देता है।