Yoga For Depression: अवसाद से छुटकारा पाने के लिए करें ये योगासन

Yoga For Depression: अवसाद से छुटकारा पाने के लिए करें ये योगासन

दुःख और सुख दोनों जीवन के सिक्के के दो पहलू माने जाते हैं। कभी किसी की जिंदगी में हमेशा ना तो सुख रह सकता है और ना हीं दुःख। पर ये आम लोग समझ नहीं पाते और दुःख की घड़ी में तनाव और अवसाद की चपेट में आ जाते हैं।

अवसाद जिसे डिप्रेशन भी कहते है दरअसल एक मनोविकार होता है जो आपके जीवन में चल रही घटनाओं को लेकर आपके मस्तिष्क में चल रहे मंथन के कारण जन्म लेता है। जीवन में होने वाली छोटी बड़ी घटनाओं के कारण हम अक्सर तनाव में चले जाते हैं।

तनाव और डिप्रेशन की स्थिति को नियंत्रित करना खुद व्यक्ति के हाथ में होता है। पर कुछ मौक़ों पर ऐसा देखा जाता है की तनाव नियंत्रण से बाहर हो जाता है और इसके कारण लम्बे समय तक व्यक्ति अवसाद में चला जाता है। अगर इसे लम्बे समय तक नज़रअंदाज़ किया जाये तो समस्याएं बढ़ जाती है।

इसीलिए इसका शुरूआती स्तर पर हीं निदान कर देना चाहिए। डिप्रेशन का इलाज दवाओं के जरिये भी होता है पर उसके बहुत सारे साइड इफेक्ट्स भी होते हैं जिसके कारण इससे शरीर को नुक्सान भी पहुँचता है। इसलिए हमे डिप्रेशन का इलाज योग के माध्यम से करना चाहिए। योग में बहुत सारे आसन मौजूद है जिसके माध्यम से डिप्रेशन को खत्म किया जा सकता है। आज इस लेख में पढ़ते हैं Yoga For Depression.

Yoga For Depression: इन योगासनों के करें अपने डिप्रेशन की समस्या को दूर

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डिप्रेशन की समस्या से निजात पाने के लिए सबसे फ़ायदेमंद होता है योग। योग की सबसे अच्छी बात ये है की इसे करने से किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। पर इसके फायदे बहुत सारे हैं। आज एक एक कर के जानते हैं डिप्रेशन दूर करने में सहायक योग के आसान।

भुजंगासन

भुजंगासन को अंग्रेजी भाषा में कोबरा पोज़ के नाम से भी जानते हैं। इस आसान को करते समय आपके शरीर के आगे का हिस्सा कोबरा के फन की तरह नजर आता है इसलिए इसे कोबरा पोज कहा जाता है। Yoga For Anxiety And Depression के लिए यह बहुत उपयोगी माना जाता है। आइये जानते हैं इस आसान के अभ्यास की विधि।

विधि

  • इस आसान के अभ्यास के लिए सबसे पहले आपको किसी आसन पर पेट के बल लेट जाना है।
  • लेट जाने के बाद अपनी हथेलियों को अपने शोल्डर की सीध में ले आएं।
  • अब अपने दोनों पांव के मध्य की दूरी को कम करते हुए सीधा और तना हुआ रखें।
  • अब एक साँस भरते हुए अपने शरीर के आगे के हिस्से को नाभि तक उठा लें।
  • इस दौरान ध्यान रखें की आपकी कमर में अधिक खिंचाव ना आ पाए।
  • अपनी शक्ति के अनुसार इस स्थिति को बनाये रखें।
  • इस दौरान धीमे धीमे सांस लें और फिर छोड़ें।
  • जब आप इस स्थिति से बाहर आना चाहें तो एक गहरी सांस छोड़ कर पूर्व अवस्था में वापिस आ जाएँ।
  • और इस तरह आपने इस आसान का एक चक्र पूरा कर लिया। इस चक्र को 3 से 4 बार दोहराएं।

हस्तपादासन

इस आसन की मदद से शरीर के पिछले हिस्से में पाए जाने वाले सभी मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है और नर्वस सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है। इसके कारण हीं अवसाद से भी मुक्ति मिल जाती है। जानते हैं इसके अभ्यास की विधि।

विधि

  • सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएँ।
  • अब अपने पाँव को एक साथ रखें और अपने हाथों को शरीर के पास रखें ।
  • इस दौरान अपने पुरे बॉडी वेट को अपने दोनो पाँव पर एक रूप में रखे।
  • अब साँस भीतर लेते हुए अपने दोनों हाथ को सिर के ऊपर की तरफ ले कर जाएँ।
  • अब साँस छोड़ें और आगे तथा नीचे की तरफ झुकते हुए अपने पाँव की ओर जाएँ।
  • अब इस मुद्रा में 20-30 सेकेंड रुक कर गहरी सांस लेते रहें।
  • अब अपने पाँव तथा मेरुदंड सीधा रखते हुए दोनों हाथ को पंजों के नजदीक फर्श पर रखें।
  • अब साँस को छोड़ते हुए अपनी छाती को घुटनों की ओर लाएं।
  • इस दौरान अपने नितम्बों और टेलबोन को ऊपर उठाएँ साथ हीं अपनी एड़ियों को जमीन की ओर दबाएँ।
  • अब इस अवस्था में अपने सिर को आराम दें। इस आराम की अवस्था में सिर को अपने पंजों की ओर ले कर जाएँ और गहरी साँसे लेते रहें।
  • अब साँस को भीतर लेते हुए अपने दोनों हाथ को आगे और ऊपर की ओर उठाते हुए धीमे धीमे खड़े हो जाएँ।
  • अब अपने साँस को छोड़ते हुए दोनों हाथ को बॉडी के पास ले आएं।

बालासन

बालासन को अंग्रेजी में चाइल्ड पोज के नाम से भी जानते हैं। इस पोज के अभ्यास के समय शरीर एक बच्चे की तरह नजर आता है। जानते हैं इसे करने की विधि।

विधि

  • इसके अभ्यास के लिए सबसे पहले आसन बिछा कर अपनी दोनों एड़ियों के बल बैठ जाएँ।
  • अब अपने कूल्हों पर एड़ी को रख दें और सामने की तरफ झुके। झुकाव ऐसा हो की आपका माथे ज़मीन को छुए।
  • अब अपने दोनों हाथ को शरीर के दोनों तरफ से सामने की तरफ आगे उठाते हुए ज़मीन पर रख दें।
  • आपकी हथेलियां ऊपर की तरफ होनी चाहिए।
  • अब धीरे से अपनी छाती से अपने जाँघो पर प्रेशर बनायें।
  • इस अवस्था को कुछ देर बनाये रखें।
  • अब हौले से उठ जाएँ और एड़ी पर फिर बैठ जाएं साथ हीं रीढ़ की हड्डी को धीमे धीमे सीधा करें।
  • आखिर में विश्राम की अवस्था में आ जाएँ।

इस लेख में आपने जाना कुछ योग के आसनों के बारे में जिसकी मदद से आप Depression Treatment करवा सकते हैं। अगर आपको भी डिप्रेशन या अवसाद जैसी कोई समस्या है तो इन आसनों का अभ्यास ज़रूर करें। इससे आप बिना किसी दवाई के डिप्रेशन से छुटकारा पा सकते हैं।

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