एक्सरसाइज या व्यायाम करना आज के जमाने के लिए सबसे ज़रुरी बात हो गई है।व्यायाम करने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है जिससे बीमारी नहीं होती है। इससे हम चुस्त और तंदुरुस्त रहते हैं।
आज के जमाने में खाद्य पदार्थों में मिलावट बढ़ने की वजह से हमारी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बिलकुल भी अच्छा नहीं है। जिसके कारण हमारा शरीर कई सारी बीमारियों की चपेट में आ रहा है।
आजकल लोग खुद को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करना, घूमने जाना और योग आदि के अभ्यास को अपने जीवन में ला रहे हैं। आजकल लोग योग करने को बेहतर मानते है। योग शरीर को सभी तरह से स्वस्थ रखने में मदद करता है। बहुत तरीके के योग होते है जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते है। योग हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है। योग कई तरीके के होते है, जिसमे कई Yoga Poses शरीर के लिए बहुत फ़ायदेमंद भी होते है।
लीवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लीवर ही है जो हमारे द्वारा खाए गए आहार को पचाता है और हमारे शरीर को कार्य करने की शक्ति देता है। यदि हमारा लीवर ख़राब हो जाये तो हमारी जिंदगी बिलकुल भी काम की नहीं रहेगी। लीवर खराब होने की वजह से हमारे शरीर की कार्यक्षमता न के बराबर हो जाती है।
कुछ बुरी आदतों की वजह से आपका लिवर खराब हो सकता है। जैसे शराब ज्यादा पीना, धूम्रपान करना आदि। कुछ योगासन की मदद से लीवर को स्वस्थ रखा जा सकता है। लीवर हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग होता है और इसको हमे स्वस्थ रखना चाहिए ताकि हम ख़ुशी से जीवन जी सके। आज हम बताने जा रहे कुछ योग जो हमारे लीवर को स्वस्थ रखने में हमारी मदद करेंगे। आइये जानते Yoga For Liver Health.
Yoga For Liver Health: लिवर के स्वास्थ्य के लिए कुछ उपयोगी योगासन
योग हमारे स्वस्थ जीवन के लिए बहुत ज़रुरी है। आज हम आपको ऐसे योग बातयेंगे जो आपके लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे। ये योग करने में भी बहुत आसान होते है। आइये जानते है Yoga for Liver in Hindi.
कपालभाति प्राणायाम: Kadalbhati Pranayama
- कपालभाति प्राणायाम एक साँसों का अभ्यास है जो यकृत सिरोसिस, जौनिस, हेपेटाइटिस और लीवर से जुड़ी बीमारियों को दूर रखता है।
- कपालभाति प्राणायाम को अंग्रेजी में फोरहेड कहा जाता है। यह ऐसा प्राणायाम है जिसमें व्यक्ति को सांस खींचने और सांस को छोड़ने की प्रक्रिया करनी पड़ती है।
- इस प्राणायाम को नियमित रूप से करने वाले व्यक्तियों के शरीर से उसकी मानसिक एवं शारीरिक परेशानियां दूर हो जाती है।
आइये जानते इस योग को कैसे करें और इसका क्या फायदे है।
- अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रख कर बैठ जाये।
- अपने दोनों हाथों को घुटने पर रखे और मुँह को आकाश की दिशा में रखे।
- अब अपनी आँखें बंद कर ले।
- फिर एक लम्बी साँस ले और उसके बाद साँस छोड़ते हुए अपने पेट को अंदर की तरफ खींचे।
- याद रखे पेट की और ज्यादा दवाब न दे वरना पेट दुखने लगेगा।
- फिर वापस एक लम्बी साँस ले, याद रहे साँस को खींचने में कोई जोर नहीं लगाना है। यह आसानी से हो जायेगा।
- आपसे जितना हो उतना ही करे ज़बरदस्ती न करे। जब आप अपने पेट की मासपेशियों को ढीला छोड़ेंगे, साँस अपने आप ही आपके फेफड़ों में पहुँच जाती है।
- इसी प्रक्रिया को दोहराते रहे, कम से कम 5 मिनट तक करते रहे फिर थोड़ी देर आराम ले।
- इस योग को अच्छे से करने के लिए रोज इसका धीरे धीरे अभ्यास करें।
- यह एक ऐसा प्राणायाम है जिससे आपका लीवर स्वस्थ रहेगा और साथ साथ व्यक्ति हर तरह के स्ट्रेस, डिप्रेशन, चिंता एवं मानसिक तनाव से मुक्त रहता है।
धनुरासन: Dhanurasan
- धनुरासन एक योगासन है जिसमे शरीर “धनुष” आकार की तरह नजर आता है, इसलिए यह आसन धनुरासन कहा गया है।
- धनुरासन को बो पोस भी कहा जाता है। यह आसन उन लोगो के लिए बहुत फ़ायदेमंद है जो लोग फैटी लीवर रोग से पीड़ित है।
- धनुरासन Yoga for Liver में से एक योगासन है।
आइये जानते इस योग को कैसे करें और इसका क्या फायदे है।
- सबसे पहले जमीन पर एक चटाई बिछा ले।
- फिर अपने पेट के बल उस चटाई पर लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ कर कमर के पास लाएँ और टखनों को हाथों से पकड़ें।
- अब एक लम्बी साँस लेते हुए छाती को ऊपर की तरफ करें और साथ में अपने पैरों को कमर की ओर खींचे।
- याद रहे आप पहली बार इस योगासन को कर रहे हों तो ज्यादा जोर से अपने पैरों को न खींचे वरना कमर में चटक आ सकती है।
- उसी मुद्रा में बने रहे और धीरे धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस छोड़े। साँस को छोड़ते हुए छाती को वापस जमीन पर लाये और अपने पैर को छोड़ दे।
- इसी प्रक्रिया को कम से कम 3 से 4 बार दोहराते रहे ।
- इस योगासन को आप अपनी क्षमता के अनुसार ही करें, जरूरत से ज्यादा शरीर से ज़बरदस्ती न करें।
- यह योग करने से छाती, गर्दन और कंधोँ की जकड़न दूर होगी साथ ही थकान व तनाव से भी निजात मिलेगा।
गोमुख आसन:
- इस पोज को काऊ फेस पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह योगासन Liver Exercise Yoga के रूप में जाना जाता है और सिरोसिस के इलाज के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
- लीवर सिरोसिस की समस्या से जूझ रहे लोगों के में लीवर हानिकारक तत्वों को बाहर निकलने में असमर्थ हो जाता है।
- इस आसान के अभ्यास से आपका लीवर उत्तेजित हो जाता है, फिर उसमे ऑक्सीजन और खून का संचार सही से होने लगता है।
आइये जानते इस योग को कैसे करें
- इसे करने के लिए सबसे पहले पालथी मारकर बैठें।
- अब दायें पैर को बायीं तरफ इस तरह रखें की दायें पैर की पिंडलियां बाएं पैर की जांघ पर हो। बाएं पैर को भी इसी तरह दायें पैर पर रखें।
- अपने रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
- अब अपने एक हाथ को पसलियों की तरफ से पीछे की तरफ ले जाएं और दूसरे हाथ को कंधे की तरफ से पीछे की तरफ ले जाएं।
- पीछे ले जाकर दोनों हाथों की उंगलिओं को आपस में मिला ले, याद रहे यह करते समय आपकी गर्दन सीधी हो। फिर धीरे धीरे दोनों हाथों को अपने तरफ खीचें।
- आखें बंद कर ले और इस पोज़ में कम से कम 2 से 4 मिनट तक रहे।
- फिर धीरे धीरे हाथों को छोड़ दे और प्रथम अवस्था में बैठ जाएँ।
इसके अलावा भी बहुत सी Yoga Exercises जो आपके लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करेगी।