दांत पीसना सामान्य बीमारियों में से एक है, ज्यादातर लोग इसे क्लेंचिंग और ग्राइंडिंग (Clenching and Grinding) टीथ के तौर पर भी जानते है। वैसे मेडिकल लैंग्वेज में इसे Bruxism भी कहा जाता है।
कई लोग ये सोचते है की समय के साथ साथ यह समस्या ठीक हो जायेगी लेकिन ऐसा नहीं है।बल्कि दांत पीसने की आदत से दांतो को नुकसान भी पहुँचता है। इस वजह से आपको कई अलग अलग प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो सकती है।
इस समस्या से राहत के लिए आप अपने डेंटिस्ट से मदद लें या फिर चाहे तो कुछ घरेलु उपचार करें। इससे आपके दांतो का दर्द भी कम होंगा। दांत पीसने की दांत अपने आप जाती नहीं है इसके लिए आपको प्रॉपर ट्रीटमेंट लेना चाहिए।
इस लेख में आज हम आपको बता रहे की ब्रुक्सिस्म की समस्या क्या होती है और इसका ट्रीटमेंट कैसे होता है साथ ही इसके लिए आपको कुछ घरेलु उपचार भी यह बताएंगे। इस लेख में पढ़े Bruxism Treatment.
Bruxism Treatment: जाने दांत पीसने की समस्या के ट्रीटमेंट के बारे में
ब्रुक्सिस्म
- बच्चों में Teeth Grinding दो बार होती है, पहली जब बच्चे छोटे होते है और दांत आने वाले रहते है और दूसरी बार तब जब उनके दांत टूट जाते है और दोबारा आने वाले होते है।
- ब्रुक्सिस्म को सामान्य तौर पर टीथ क्लेंचिंग और ग्राइंडिंग के नाम से भी जाना जाता है।
- दांत पिसने की परेशानी अक्सर लोग रात को गहरी नींद में करते है और उन्हें पता भी नहीं चलता।
- ब्रुक्सिस्म ख़र्राटों की तरह एक बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज करवाना जरूरी होता है।
- यह समस्या रोज़ाना के तनाव से भी रिलेटेड होती है।
- यह गहरी नींद के बाद होना शुरू होती है इसलिए आप सेल्फ डायग्नोसिस नहीं कर पाते है।
ब्रुक्सिस्म के लक्षणों के बारे में जाने
- अगर आपको भी दांत पीसने के लक्षणों को चेक करना है तो आप सुबह उठ कर जरूरी करे।
- अगर आपको ब्रुक्सिस्म की समस्या है तो आपको हमेशा धीमा, और हल्का सर दर्द बना रहता है।
- आपको अपने जबड़े में भी थोड़ा दर्द होता रहता है।
- जैसे ही आप रात को नींद से जागते है तो दांत पीसने की आवाज़ सुनाई देती है ।
- एकदम से कुछ गर्म, ठंडा या फिर ब्रश करने से दांतो में संवेदनशीलता महसूस होना।
- मसूड़ों में सूजन आ जाना, जिसे जिंजिवाइटिस कहा जाता है।
- मुँह के अंदर कोई कट का निशान हो जाना।
- इस सभी लक्षणों से आप खुद जान सकते है की आपको ब्रुक्सिस्म है की नहीं।
- अगर आप अपने किसी फॅमिली मेंबर के साथ सोते है तो उन से ज़रुर पूछे की आप रात को दांत तो नहीं पीसते।
- अगर आप अकेले सोते है और आप ऊपर दिए लक्षणों के अलावा भी अपनी इस बीमारी के बारे में कंफर्म करने के लिए चाहे तो रात को एक रिकॉर्डर ऑन करके अपने पास रख लें। फिर सुबह सुने।
ब्रुक्सिस्म के कारण
- ब्रुक्सिस्म अलग अलग लोगो में अलग अलग करने से होता है।
- जैसे किसी को अगर दिन में ज्यादा तनाव रहता है तो ब्रुक्सिस्म की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
- आँखों पर ज्यादा जोर देने के कारण भी ब्रुक्सिस्म की समस्या हो सकती है।
- साइनस का इन्फेक्शन होने के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
- मौसम के परिवर्तन के कारण भी कई लोगो में यह समस्या हो सकती है।
- अगर आपको चश्मा लगा है तो अपने चश्मे को बदलने से भी यह समस्या होने की आशंका हो सकती है।
- जिन लोगो के बड़े और लम्बे बाल है उनका दिनभर हेयरबैंड को इस्तेमाल करना।
- ब्रुक्सिस्म हार्मोनल चेंजेज के कारण भी हो सकता है।
ब्रुक्सिस्म ट्रीटमेंट
अपने आप को तनाव मुक्त रखे
- ब्रुक्सिस्म की समस्या से दूर रहने के लिए आपको पहले अपने आप को तनाव मुक्त रखना चाहिए।
- इसके अलावा आपको अपनी जबान, होठों और दांतो को भी आराम देना चाहिए।
अपने दांतो पर लगाएं नाईट गॉर्ड
- नाईट गॉर्ड एक पस्टिक का ऐसा टूल है जो मुँह में लगाने से यह दांतो के कट से बचाता है।
- यह टूल ब्रुक्सिस्म की समस्या में बहुत ही ज्यादा फ़ायदेमंद साबित होता है।
- यह आपके ऊपर के दाँत और नीचे के दांतो करे बीच में गैप बना कर रखता है।
- यह आपके मुँह में रात को दांतो से लगने वाले कट से बचाता है।
रोज़ाना एक्सरसाइज करें
- ब्रुक्सिस्म के मरीजों को रोज़ाना थोड़ी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- एक्सरसाइज से उनका तनाव कम होता है और Grinding Teeth at Night से भी बचाता है।
पूरी नींद लेना जरुरी
- आपको अपनी नींद पूरी लेना चाहिए और साथ ही सोने के पहले अपने अास पास का माहौल शांत रखे।
- इससे आपको जल्दी नींद आएगी और आप शांति से सो पाएंगे।
- आपको सोने के पहले कुछ खाने से बचना चाहिए।
- इसके अलावा अगर आप चाहे तो अच्छी नींद के लिए आप पहले कोई बुक पढ़े फिर सोने जाए।
जबड़े में होने वाले दर्द को कम करे
- अगर आपको जबड़े में किसी प्रकार का दर्द हो रहा है तो आपको उस दर्द को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।
- इसके लिए आप एक गुनगुने पानी में कपड़ा गिला कर लें फिर उसे अपने जबड़े पर रखे।
- इससे आपके जबड़े को आराम मिलेगा और ब्रुक्सिस्म के दौरान लगे कट भी ठीक होंगे।
रूटीन चेक आप ज़रूर करवाए
- आपको नियमित तौर पर अपने डेंटिस्ट को दिखाना चाहिए जिससे की आप अपनी ब्रुक्सिस्म की बीमारी के बारे में सही तरीके से जान पाए।
- Teeth Grinding Treatment के लिए डेंटिस्ट से जरूर सलाह लें और अपनी दूसरी समस्याओ के बारे में जरूर बताए।
- अपने ट्रीटमेंट को बीच में अधूरा न छोड़े, इसे पूरा करे।
इस लेख में आज हम ने आपको बताया Grinding Teeth in Sleep की समस्या मतलब ब्रुक्सिस्म की बीमारी के बारे में अगर आपके परिचित में किसी को यह समस्या है तो आपको उन्हें भी ऊपर दिए गए ब्रुक्सिस्म ट्रीटमेंट के बारे में बताना चाहिए जिससे वे स्वस्थ रह सके।