Colitis Symptoms in Hindi: कैसे रहे कोलाइटिस से सतर्क, जानिए इसके लक्षण

Colitis Symptoms in Hindi: कैसे रहे कोलाइटिस से सतर्क, जानिए इसके लक्षण

कोलाइटिस पेट से जुडी एक समस्या है। जिससे पेट में काफी दर्द होता है और साथ ही पेट की अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती है। कोलाइटिस की समस्या आजकल बहुत ही तेज़ी से बढ़ रही है और लोगो को समझ नहीं आता की पेट की यह समस्या किस प्रकार की है।

क्योंकि कोलाइटिस होने पर पेट में ऐठन आना, दस्त लगना, डायरिया होना, पूरा समय बुखार आना, वजन कम हो जाना, अनिंद्रा जैसी समस्या तथा बड़ी आंत में सूजन भी आ जाती है।

कोलाइटिस की बीमारी ज्यादातर बैक्‍टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण ही पनपती है। इस बीमारी में मनुष्य को साफ़ सफाई के साथ साथ घर का बना खाना ही खाना चाहिए और हरी सब्जियों को भी अच्छी तरह से धो कर और साफ़ करके ही प्रयोग करना चाहिए। जिससे की इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जल्दी ठीक हो सके।

कोलाइटिस की समस्या से पीड़ित लोगो को कोशिश करना चाहिए कि वे सलाद और हाई फाइबर का खाना ना खाये। कोलाइटिस के लक्षणों जाने के लिए पढ़े Colitis Symptoms in Hindi.

Colitis Symptoms in Hindi: इसके लक्षणों को जाने और सही उपचार करें

Colitis-Symptoms-in-Hindi

कोलाइटिस के प्रकार

  • अल्सरेटिव प्रोक्टिटिस (Ulcerative proctitis) - इसमें मलाशय में सूजन आती है और मल के साथ रक्त निकलता है।
  • प्रोक्टोसिग्मोइडिटिस (Proctosigmoiditis) - इसमें सूजन मलाशय के साथ साथ बृहदान्त्र के निचले भाग में भी होती है।
  • लेफ्ट साइडेड कोलाइटिस (Left sided colitis) - इसमें मलाशय में सूजन अवरोही बृहदान्त्र तक फेल जाती है।
  • पैनकोलाइटिस (Pancolitis) - यह कोलाइटिस का प्रकार पुरे बृहदान्त्र को प्रभावित करता है और साथ ही समस्या और भी गंभीर हो जाती है ।
  • एक्यूट गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस (Acute severe ulcerative colitis) - इस कोलाइटिस के प्रकार में पूरी तरह से बृहदान्त्र प्रभावित होता है और साथ ही यह दुर्भल प्रकार माना जाता है।

कोलाइटिस के लक्षण

बुखार रहना

  • कोलाइटिस में बुखार आने पर मरीज को तेज़ी से गर्मी का एहसास होता है।
  • इसमें बुखार हमेशा ही 38.5 डिग्री से ज्यादा होता है।

दस्त की समस्या होना

  • कोलाइटिस में दस्त होना पहले तो सामान्य लगता है।
  • लेकिन दस्त के साथ पानी या फिर खून का आना कोलाइटिस का इशारा करता है।
  • बीमारी तब ज्यादा गंभीर हो जाती है जब एक दिन में 5 बार से ज्यादा बार दस्त हो।

शरीर में पानी की कमी

  • दस्त होने के कारण वैसे ही शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
  • कोलाइटिस में ओर ज्यादा मात्रा में पानी की कमी होती है और यह लक्षण ज्यादातर बच्चों और बूढ़े लोगो में देखने को मिलता है।
  • ऐसे में कोलाइटिस के मरीजों को ग्लोकोज और ज्यादा मात्रा में पानी पिने की सलाह दी जाती है।

वजन कम होना और कमजोरी आना

  • कोलाइटिस के मरीजों को एकदम वजन कम होने की शिकायत भी रहती है।
  • दस्त होने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे की कमजोरी भी होने लगती है।
  • इसके चलते उनका वजन भी गिरने लगता है क्योंकि शरीर में पोषण की कमी हो जाती है।

पेट में दर्द रहना

  • कोलाइटिस एक पेट से जुडी बीमारी है इसलिए इसकी शुरुआत पेट दर्द होता है।
  • पेट दर्द भी कई प्रकार से होते है।
  • जैसे पेट में ऐठन या मरोड़ आ जाती है तो पेट दर्द करता है।

अन्य रोग होना

  • कोलाइटिस होने पर कई ओर प्रकार के रोग भी हो जाते है।
  • जैसे की ऐनिमिया का रोग या फिर कोई पुरानी हेपेटाइटिस की बीमारी होना ।
  • कोलाइटिस होने के बाद इन रोगो में भी राहत मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
  • पोषण की कमी के कारण पोषण सम्बन्धित बीमारियाँ भी घेर लेती है।

गुदा में दर्द होना

  • कोलाइटिस समस्या होने पर गुदो में दर्द रहता है।
  • इसमें मल के साथ कुछ रक्त भी निकलता है।
  • अगर यह समस्या मलाशय तक होती है तो कोलाइटिस अधिक जल्दी बढ़ता है।
  • अगर मल में रक्त निकलता है साथ ही मलाशय में दर्द होता है और गूदे पर ऐठनी वाला दर्द होना यह भी कोलाइटिस लक्षण है।

कोलाइटिस के कारण

  • कोलाइटिस को अल्सरेटिव कोलाइटिस के नाम से भी कई लोग जानते है।
  • कोलाइटिस जल्द ही फैलने वाली बीमारी है।
  • यह रोग बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी से हो सकती है।
  • यह बीमारी एब्टामीवा नाम के एक कीटाणु की वजह से होती है।
  • यह एक प्रकार का संक्रमण है इसलिए इस बीमारी में साफ़ सफाई का ज्यादा ध्यान चाहिए।

कोलाइटिस की बीमारी के बचाव

  • क्योंकि यह एक फैलने वाली बीमारी है तो आपको अपने अास पास की जगह को हमेशा ही साफ़ रखना चाहिए।
  • साथ ही ध्यान रखे की खाना भी अच्छी तरह से धोकर बना हुआ हो।
  • किसी भी प्रकार की लापरवाही आपकी इस बीमारी को एक गंभीर रूप में बदल सकती है।
  • कोलाइटिस की बीमारी के इलाज के लिए चिकित्‍सक को जरूर दिखाए।
  • कोलाइटिस का पहले ही निदान हो चूका है तभी एक बार चिकित्‍सक से राय ले।
  • डायरिया की शिकायत होती है तो ज्यादा पानी पिए जिससे की शरीर में पानी की पूर्ति हो सके।
  • बाहर के खाने से बचे और कोशिश करे की कोलाइटिस की समस्या जब तक पूरी तरह से ठीक न हो जाए बाहर का खाना पूरी तरह बंद रखें।
  • और अगर समस्या कम होने की वजह बढ़ती चली जाए तो अपने चिकित्‍सक से सर्जरी के लिए पूछे।
  • अगर चिकित्‍सक के अनुसार आपकी बॉडी में सब कुछ सर्जरी के लिए सही है तो समस्या से बचने के लिए सर्जरी का सहारा ले सकते है।

इस लेख में आपने पढ़ा कोलाइटिस के लक्षणों के बारे में जिससे की आप खुद को और अपने से जुड़े लोगो को बचा सके।

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