Sleep Deprivation: पर्याप्त नींद न मिलने से हो सकती हैं कई बीमारियाँ

Sleep Deprivation: पर्याप्त नींद न मिलने से हो सकती हैं कई बीमारियाँ

आजकल बहुत भाग दौड़ भरी लाइफ हो गई है। सभी की लाइफ अलग अलग हो गई है।हम अपने काम काज में इतना खो गए है की शरीर का ध्यान ही नहीं दे रहे। काम काज के चक्क्र में सभी की लाइफ बिजी हो गई है।

यह तो सभी जानते है की काम करना बहुत ज़रुरी है पर उससे ज्यादा ज़रुरी है अपने सेहत का ख्याल रखना। यदि आपका शरीर स्वस्थ रहेगा तभी आप अच्छे से काम कर सकेंगे। आपका शरीर दिन भर काम करता है तो थक जाता है तो उसे रेस्ट देना तो ज़रुरी है। बहुत से लोग इतने बिजी है की वो नींद भी पूरी नहीं लेते। अच्छी नींद आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह आपके शरीर के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि स्वस्थ आहार और व्यायाम।

नींद न आना भी कई बीमारियों की जड़ है, यदि ठीक प्रकार से नींद न आए तो दिनभर सिर भारी रहना, उबासियां आना, जी न लगना आदि चीजें होती रहती हैं। नींद शरीर को आराम देने का सबसे अच्छा तरीका है। ऐसा कहा जाता है की "If you cannot sleep, you cannot heal", यानि अगर आप सोएंगे नहीं तो आप सही नहीं हो पाएंगे। यदि हम अच्छे से नींद नहीं लेते तो हम कई बीमारियों के शिकार हो सकते है, जैसे- मधुमेह, इन्सोमनिया, वजन बढ़ना, उच्च रक्त चाप आदि।

इंसान के लिए नींद उतना ही जरूरी है जितना खान पान। हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ के लिए अच्छी नींद सबसे जरूरी होती है। नींद की कमी के कई सारे कारण हो सकते है। जो लोग अक्सर नाईट शिफ्ट में काम करते है उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। नींद पूरी न होने का सीधा असर आपके व्यवहार और स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस लेख में आज हम आपको बताएँगे नींद की कमी से आपके स्वास्थ पर क्या प्रभाव पड़ते है और इसके क्या क्या लक्षण होते है। आइये जानते है Sleep Deprivation के बारे में।

Sleep Deprivation: आवश्यक निद्रा की ना हो पूर्ती तो क्या करें?

Sleep-Deprivation-in-Hindi

नींद की कमी तब होती है जब हमें सुकून महसूस करने और विश्राम करने के लिए पर्याप्त नींद नहीं मिलती है।अपने अक्सर सुना होगा लोगों को अनिद्रा (Insomania) की बीमारी रहती है, नींद की कमी वास्तव में अनिद्रा का एक प्रकार है। यह सोने में असमर्थता या नींद में व्यवधान की वजह से होता है।

नींद की कमी के कारण:

सही से नींद पूरी ना होने के बहुत से कारण है। आइये जानते है -

अनिद्रा: Insomania

  • अनिद्रा रोग को स्लीप डिसओर्डर कहते हैं।इस रोग में रात में सोने में कठिनाई आती है।
  • इसमें बहुत समय तक नींद ही नहीं आती है। कई बार तो नींद की गोली लेकर सोना पड़ता है।

काम या पढ़ाई:

  • अक्सर आपने देखा बहुत से लोग शिफ्ट में अपना जॉब करते है।
  • कुछ लोग रात भर काम करते है फिर सुबह सोते है, इस चक्कर में वे अच्छे से नींद नहीं ले पाते है।

स्लीप एपनिया:

  • यह एक तरीके की बीमारी होती है। इसमें सोते समय कई बार ऐसा होता है, कि हमारी सांस के रुक जाने के कारण हमारी नींद खुल जाती है।
  • इस कारण बार बार सांस रुकने से नींद नहीं आती। इसकी वजह से हम Lack of Sleep के शिकार हो जाते है।

अवसाद: Depression

  • डिप्रेशन या अवसाद एक मानसिक स्थिति होती है।
  • यह एक तरीके का डिसऑर्डर होता है। जिसमे व्यक्ति लम्बे समय तक नाखुश रहता है।
  • इसमें व्यक्ति किसी घटना या बात की वजह से डिप्रेस हो जाता है।
  • यह भी कई बार नींद न आने का कारण बन जाता है।

नींद की कमी के लक्षण: Sleep Deprivation Symptoms

नींद की कमी के कई लक्षण होते है। आइये जानते है -

  • उबासी लेना
  • चिड़चिड़ापन
  • दिन में ज्यादा नींद लेना
  • मानसिक रूप से बीमार
  • शारीरिक रूप से बीमार
  • शरीर सुस्त होना
  • मूड स्विंग
  • उत्तेजना की कमी
  • थकान और बेचैनी
  • ज्यादा भूख लगना

नींद की कमी प्रभाव: Sleep Deprivation Effects

अपर्याप्त नींद कई तरीकों से स्वास्थ को प्रभाव करती है।

मोटापा:

  • एक शोध से पता चला है की नींद की कमी शरीर के अतिरिक्त वजन से जुड़ी हुई है।
  • नींद की कमी के वजह से मानसिक हार्मोनल असंतुलित हो जाते हैं।
  • इसकी वजह से व्यक्ति को हाई कैलोरी फूड खाने का मन करता है और अनहेल्दी खाने से हेल्थ तो खराब होती ही है साथ ही वजन भी बढ़ता है।

मधुमेह:

  • टाइप 2 मधुमेह के विकास के साथ नींद की कमी जुड़ी हुई है।
  • नींद कम लेने से शरीर के ग्लूकोज की प्रसंस्करण शरीर की उन प्रक्रियाओं को बाधित कर सकता है, जो कोशिकाएं ईंधन के लिए उपयोग करती हैं और शरीर द्वारा उत्पन्न इंसुलिन की मात्रा का उपयोग करती है।
  • नींद पूरी न होने पर हार्मोन्स असंतुलित हो जाते है फिर शुगर से भरपूर और जंक फ़ूड खाने की इच्छा बढ़ जाती है।

प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर

  • पर्याप्त नींद नहीं मिलने से शरीर को प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और संक्रमण से लड़ने के लिए अधिक साइटोकिन्स का उत्पादन करने से रोकता है।
  • इसका मतलब यह हो सकता है कि एक व्यक्ति बीमारी से ठीक होने में और पुरानी बीमारी का खतरा बढ़ने में अधिक समय ले सकता है।

मानसिक स्थिति पर असर:

  • कई वैज्ञानिकों का मानना है कि मस्तिष्क को व्यवस्थित रखने के लिए नींद महत्वपूर्ण है।
  • कोई भी चीज याद करने के लिए पर्याप्त नींद महत्वपूर्ण है। हम जितनी देर सोते है ठीक उतनी देर में हमारा दिमाग नई ऊर्जा जुटा लेता है ताकि सही से काम कर सके।
  • लेकिन पूरी नींद न लेने से दिमाग तरोताजा नहीं हो पता, जिसके चलते कई मानसिक समस्या हो जाती है।

दिल की बीमारी के लिए:

  • Loss of Sleep से दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसे घातक हृदय संबंधी बीमारी हो सकती है ।
  • जब हम सोते हैं तो यह वक्त हमारे शरीर की अंदरूनी मरम्मत और सफाई का होता है लेकिन नींद पूरी न होने की वजह से शरीर के विषाक्त पदार्थ साफ नहीं हो पाते और जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर की आशंका बढ़ जाती है।
  • इससे हार्ट अटैक होने का खतरा भी बढ़ जाता है या फिर स्लीप एपनिया में बार बार हमारी सांस रुक जाती है जिससे हमे हार्ट अटैक का खतरा रहता है।

सेक्स ड्राइव कम होना:

  • अपर्याप्त नींद पुरुषों में हार्मोन और टेस्टोस्टेरोन वृद्धि समेत हार्मोन उत्पादन को प्रभावित कर सकती है।
  • सोते समय यदि नींद पूरी न हो तो टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ता है और इसमें समस्या आती है साथ ही यह आपके सेक्स ड्राइव को भी कम कर सकती है।

इसके अलावा भी कई Lack of Sleep Effects होते है जो हमारे स्वास्थ को बिगाड़ते है। इसलिए अपनी नींद पूरी ले। एक व्यक्ति को 7 से 8 घंटे तक की पर्याप्त नींद लेना चाहिए।

Subscribe to