Viral Fever Treatment In Hindi: जानें वायरल बुखार के उपयोगी उपचारों को

Viral Fever Treatment In Hindi: जानें वायरल बुखार के उपयोगी उपचारों को

बुखार होने पर पूरा शरीर गर्म हो जाता है और समस्याएं भी होती है। बुखार भी कई तरह के होते है जिसमे से वायरल फीवर का नाम तो सभी जानते है। यह एक ऐसा बुखार होता है जिसके कारण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है।

यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से पहुंच सकता है क्योंकि यह संक्रमण हवा में तेजी से फैलता है। इस बुखार में शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। यदि शरीर का तापमान 104 डिग्री से ज्यादा हो जाता है तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

यह बुखार बच्चों और बूढ़ों को आसानी से अपना शिकार बना लेता है क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में बच्चो और बूढ़ों को इससे बच कर रहने की जरुरत होती है।

वायरल फीवर के कुछ लक्षण होते है। जिनकी मदद से इस बुखार को ठीक करने में मदद मिलती है साथ ही वायरल बुखार के उपचार के लिए दवाओं और इंजेक्शन की मदद ली जाती है। जानते है Viral Fever Treatment In Hindi.

Viral Fever Treatment In Hindi: जाने वायरल फीवर के लक्षण और इसके घरेलु उपाय

क्या है वायरल फीवर: Viral Fever in Hindi

  • वायरल फीवर में संक्रमित व्यक्ति से बैक्टीरिया हवा में फ़ैल जाता है और जब दूसरा व्यक्ति उस हवा में साँस लेता है तो वह संक्रमण उसे भी हो जाता है। इसलिए इस बुखार को वायरल फीवर कहा जाता है।
  • वायरल संक्रमण तेजी से फैलता है इसलिए संक्रमित व्यक्ति को बाकी लोगो से दूर रहना चाहिए।

वायरल फीवर के लक्षण: Viral Fever Symptoms

वायरल फीवर होने वाले लक्षणों को पहचाना जा सकता है जैसे -

  • शरीर का तापमान ज्यादा होना यानी की तेज बुखार आना
  • गले में दर्द होना
  • सिरदर्द के साथ साथ थकान होना
  • उलटी दस्त भी इसके कारण हो सकते हैं
  • रोगी के जोड़ों में दर्द होना
  • माथा तेज गर्म हो जाना
  • आंखे लाल हो जाना
  • रोगी को खांसी जुकाम भी हो जाता है
  • नाक का बहना
  • यदि रोगी सामान्य बुखार की दवा लेता है तो वायरल फीवर पर इसका असर नहीं होता है साथ ही यह कुछ समय के बाद फिर से आ जाता है।

उपरोक्त लक्षण वायरल फीवर के भी लक्षण होते है। जिसे आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए।

वायरल फीवर के घरेलू उपचार: Viral Fever Treatment

वायरल फीवर के उपचार के लिए आप कुछ घरेलू उपाय का भी सहारा ले सकते है। जानते है कौन कौन से उपाय होते है जो की आपके लिए लाभकारी हो सकते है।

औषधीय तुलसी का सेवन

  • तुलसी की पूजा तो की जाती है साथ ही यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है इसलिए इसका उपयोग रोगों को दूर करने में भी किया जाता है।
  • तुलसी में एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते है जो की वायरस को ख़त्म करने में मदद करते है।
  • इसका सेवन करने के लिए एक बर्तन में एक लीटर पानी ले लें और उसमे 10-15 तुलसी के पत्ते और एक चम्मच लौंग का पाउडर मिला कर गर्म कर ले।
  • इस पानी को इतना गर्म करना है की इसका पानी उबल कर आधा हो जाए।
  • फिर इस पानी को छान ले और ठंडा हो जाने पर एक एक घंटे की अंतराल पर इस पानी को पिए। इस पीने के सेवन से वायरल बुखार से राहत मिलती है।

पानी पीए

  • वायरल फीवर होने पर पानी बहुत पीना चाहिए। यह भी शरीर के लिए अच्छा होता है साथ ही फलो के जूस और तरल पदार्थ का सेवन भी कर सकते है।
  • जूस में पाए जाने वाले तत्व वायरल से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता का विकास करते है। जिससे वायरल को ठीक करने में आसानी होती है।
  • इसलिए वायरल होने पर अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए।

लहसुन भी है फ़ायदेमंद

  • लहसुन में भी एंटी एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते है जो की रोगों से लड़ने में सक्षम होते है। इसलिए लहसुन का सेवन करना भी फ़ायदेमंद होता है।
  • लहसुन का इस्तेमाल करने के लिए लहसुन की तीन से चार कालिया ले लें और फिर एक बर्तन में थोड़ा पानी लेकर लहसुन को उबाल ले।
  • इसके बाद पानी के ठंडा हो जाने के बाद इस पानी को पी लें साथ ही लहसुन को भी चबा ले। इससे वायरल फीवर में राहत मिलती है।

मेथी का सेवन

  • मेथी भी सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। यह भी वायरल फीवर के लिए असरकारी होता है।
  • इसका सेवन करने के लिए कुछ मेथी के दानो को एक बर्तन में पानी में भिगो दे। इसे रात भर भिगो कर रखे।
  • सुबह के समय इसे छान ले और इस पानी को हर एक घंटे में पिए। इससे जल्दी आराम मिलता है।

दालचीनी

  • दालचीनी हर घर में आसानी से मिल जाती है, यह बहुत अच्छी एंटीबायोटिक औषधि होती है। मसालों के साथ साथ इसका उपयोग रोगों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
  • इसका उपयोग करने के लिए एक बर्तन में एक कप पानी ले लें और उसमे एक चम्मच दालचीनी का पाउडर और दो इलायची मिलाकर गर्म कर ले। फिर इस पानी को छानकर पी ले।
  • इस उपाय से भी वायरल से राहत मिलती है।

उपरोक्त उपायों के अतिरिक्त आप अदरक, धनिया के बीज, निम्बू, शहद आदि का सेवन भी कर सकते है यह भी बहुत ही असरकारी उपाय होते है। उपरोक्त उपायों को करने से किसी प्रकार की हानि नहीं होती है। लेकिन यदि फिर भी आपका वायरल नहीं जा रहा है तो आप अपने डॉक्टर को दिखाए ताकि वह आपको इसके लिए दवाएं दे सके।

वायरल फीवर से बचाव

वायरल फीवर से बचाव के लिए के आप कुछ सावधानियां बरत सकते है।

  • इसके लिए जितना हो सके बाहर का भोजन खाना कम कर दे। यह भी वायरल फीवर के लिए जिम्मेदार होता है।
  • साफ सफाई रखना भी ज़रूरी होता है इसलिए अपने आसपास सफाई रखे साथ ही खाना खाने से पहले हाथों को ज़रुर धोये।
  • अपने तौलिये को प्रतिदिन साफ करे ताकि उसमे किसी प्रकार की गन्दगी ना रहे।
  • साफ पानी ही पिए। दूषित पानी पीने से बचे।
  • भीड़ वाली जगहों से जितना हो सके उतना दूर रहे इससे भी संक्रमण फ़ैल सकता है।

साफ सफाई रखना बहुत अच्छा होता है इससे वायरल के साथ साथ अन्य बीमारियों की भी रोकथाम हो जाती है। इसलिए गन्दगी कभी भी न रखे। वायरल बुखार से बचाव के लिए बताई गई सावधानियों का ज़रूर ख्याल रखें ।

Subscribe to