जैसा कि हम सभी जानते है कि विटामिन और मिनरल्स का शरीर में होना बहुत ही ज़रूरी होता है ताकि शरीर फिट और स्वस्थ रह सके। यहाँ हम आपको विटामिन बी कॉम्पलेक्स से जुड़े लाभ बताने जा रहे है।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स भी शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। यह जल में घुनलशील विटामिन होता है। विटामिन बी कॉम्पलेक्स बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7, बी9 और बी12 का एक समूह होता है।
यह मस्तिष्क, मुँह, नेत्रों और जीभ के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है। यह पाचन तंत्र को भी सही रूप से कार्य करने में मदद करता है। इसकी कमी हो जाने से शरीर में थकान का अनुभव लगने लगता है साथ ही याददाश्त भी कमजोर हो जाती है।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स को आहार और दवाओं के रूप में भी ले सकते है। इस लेख के द्वारा जानते है विटामिन बी कॉम्पलेक्स किस तरह हमारे लिए महवत्पूर्ण भूमिका निभाता है। जानते है Vitamin B Complex in Hindi.
Vitamin B Complex in Hindi: जाने इसके मुख्य स्त्रोत और शारीरिक लाभ
विटामिन बी कॉम्पलेक्स की उपयोगिता
क्या आपने कभी सोचा है कि विटामिन बी कॉम्पलेक्स शरीर के लिए आखिर इतना महत्वपूर्ण क्यों है? आपको बताते है कि यह किस प्रकार शरीर के लिए कार्य करता है।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स में मौजूद 8 विटामिन्स का अपना अपना कार्य होता है जैसे-
थायमिन (बी1)
- यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का कार्य करते है। साथ ही सामान्य भूख और दिमाग के विकास में भी सहायक होते है।
- यह चयापचय के लिए बहुत ही ज़रुरी होता है। कार्बोहाइड्रेट के विघटन के लिए भी यह आवश्यक होता है।
- बी1 के मुख्य स्त्रोत गेहू, चावल, हरे मटर, संतरा, हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज, मूंगफली आदि होते है। जिनमे बी1 भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- बी1 की कमी होने पर एमिनो एसिड और कार्बोहाइड्रेट के चयापचन में कमी भी आ जाती है। साथ ही इसकी कमी से बेरी बेरी रोग भी दूर हो जाता है।
बी2 (रिबोफ्लेविन)
- देखने में यह पीले रंग का होता है। यह हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
- बी 2 लाल रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए जरूरी होता है।
- यह मछ्ली, दालों, अंडे की ज़र्दी, मांस, मटर, चावल आदि में मौजूद होता है।
- बी2 की कमी होने से मुँह और होंठ की त्वचा फट जाती है।
बी3 (नियासिन)
- यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने का कार्य करता है। साथ ही यह मुँहासे जैसी त्वचा की स्थिति का इलाज भी करता है।
- बी3 दूध, अंडे, सेम, हरी सब्जियां और लाल मांस में पाया जाता है।
- इसकी कमी होने से त्वचा पर रेसेज आ जाते है। लीवर को भी नुकसान पहुँचता है।
बी5 (पैंटोथेनिक एसिड)
- विटामिन बी5 सभी खाद्य पदार्थों में पाया जा सकता है, परन्तु इसकी बहुत कम मात्रा पायी जाती है।
- इसका मुख्य कार्य ऊर्जा के लिए वसा और कार्बोहाइड्रेट को तोड़ना होता है। साथ ही यह टेस्टोस्टेरोन जैसे महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करने में भी सहायक होता है।
- अंडे, मांस, दही, सेम और फलियां इसमें बी5 पाया जाता है।
- इसकी कमी से वजन में वृद्धि होने लगती है।
बी6 (प्यरीडोक्सिन)
- यह शरीर को हार्मोन उत्पन्न करने में मदद करता है। गठिया से पीड़ित रोगियों की स्थिति में सुधार करने में भी सहायक होता है।
- बीज, चावल, ट्यूना, टर्की और चिकन जैसे खाद्य पदार्थो में बी6 पाया जाता है।
- इसकी अधिकता से पेट में ऐठन की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
बी7 (बायोटिन)
- विटामिन बी7, यह सौंदर्य विटामिन के रूप में भी जाना जाता है। यह त्वचा, बालों और नाखूनों के लिए उपयोगी होता है।
- मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए विटामिन बी 7 रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित करने में मदद करता है।
- यह ज्यादातर चिकन और पोर्क जैसे मांस में पाया जाता हैं, हालांकि यह अंडे, आलू आदि में भी मौजूद रहता है।
- विटामिन बी 7 की कमी से थकान, कमज़ोरी, तनाव जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
बी9 (फोलेट)
- बी9 स्मृति हानि से रोकने, अवसाद में सुधार लाने के लिए, जन्म दोषों को रोकने के लिए और बच्चों के विकास के लिए आवश्यक होता है।
- यह हरे पत्तेदार सब्जियां, शतावरी, जड़ वाली सब्जियां, दूध, गेहूं, सेम आदि में पाया जाता है।
- इसके कारण खून की कमी हो जाती है।
बी12 (कोबालामिन)
- यह लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने के साथ ही हीमोग्लोबिन का उत्पादन करने के लिए फोलेट के साथ काम करता है।
- विटामिन बी 12 केवल पशु उत्पादों में पाया जाता है।
- विटामिन बी 12 सबसे अधिक मछली, पोर्क, बीफ, डेयरी उत्पादों और अंडों में पाया जाता है।
- विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया, दिमाग में कमजोरी, थकान, पैरालिसिस होने की सम्भावना रहती है।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स की कमी से होने वाले लक्षण
- सिरदर्द
- बालों का टूटना
- चक्कर आना
- भूख न लगना
- वजन घटना
- तनाव का होना
- अवसाद होना
- चिडचिड़पन आना
- जीभ पर छाले पड़ना
- शरीर में पीलापन आना
- मुंह का अल्सर होना
- आंखों की रोशनी कम होना
- मांसपेशियों की कमजोरी
- शरीर में कमजोरी महसूस होना
विटामिन बी कॉम्पलेक्स की कमी होने पर इस प्रकार के सामान्य लक्षण दिखाई देते है।
अधिक सेवन से होने वाले नुकसान
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किसी भी चीज की अधिकता हानि करक होती है वैसे ही विटामिन बी कॉम्पलेक्स का भी अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक होता है।
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यदि बी1 का अधिक मात्रा में उपयोग करते है तो एलर्जी, होठों पर लालपन आना, अनिंद्रा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
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बी6 का ज्यादा सेवन करने से पेट में अकड़न होने लगती है।
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बी12 का अधिक सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए। यह उनके और उनके बच्चे के लिए हानिकारक होता है।
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त्वचा से सम्बंधित समस्याएं और सिरदर्द भी बी12 के अधिक सेवन से होता है।
सावधानियां
- ऊपर दिए गए तथ्यों को जानने के बाद आपको यह तय कर लेना चाहिए कि आप प्रतिदिन विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का उपयोग कर रहे है या नहीं। ऐसा करने पर ही आपका शरीर प्रभावी ढंग से और कुशलता से कार्य कर सकेगा।
- विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का सेवन एक संतुलित मात्रा में ही करे ताकि आपको इसका सही लाभ मिल सके।
- यदि आप उल्लिखित किसी भी लक्षण से पीड़ित है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।