Natarajasana: मोटापे को दूर कर आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए करें नटराजासन का अभ्यास

Natarajasana: मोटापे को दूर कर आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए करें नटराजासन का अभ्यास

आज की दुनिया में शरीर को स्वस्थ रखना बहुत ज़रुरी हो गया है क्योंकि हर कोई व्यक्ति किसी न किसी वजह से परेशान रहता है और तनाव से घिरा रहता है वहीं बहुत सारे लोग मोटापे से भी परेशान रहते हैं। बीमारियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसलिए जरुरत है की अपने आप को इन सब से बचा कर रखा जाए। इसके लिए योग का सहारा लेना बहुत ही अच्छा होता है। यह बहुत ही असरकारक होता है।

योग के द्वारा हम अपने शरीर को स्वस्थ और तंदरुस्त रख सकते है। इसे नियमित रूप से करने पर हमारा शरीर तो निरोग रहता ही है साथ ही साथ यह पूरी तरह से फिट और फ्रेश भी रहता है।

यदि आप भी अपने मोटापे से परेशान है और अपने शरीर को संतुलित करना चाहते है तो इसके लिए नटराजासन का अभ्यास करना आपके लिए बहुत लाभदायक हो सकता है। इस आसान को बड़ी आसानी से किया घर पर ही किया भी जा सकता है।

नटराज एक डांस मुद्रा मानी जाती है और इस Yoga Dance के नियमित अभ्यास से आपको अनेक फायदे मिल सकते है। इसके लिए जानते है Natarajasana को कैसे करे और इसके फायदे के बारे में विस्तार से।

Natarajasana: जाने इसके अभ्यास का सही तरीका, इसके फायदे और सावधानियां

Natarajasana-in-Hindi

नटराजासन क्या है?

'नटराज' भगवान भोले शंकर के नर्तक रूप को कहा जाता है। इस आसन को शुरू में करना थोड़ा कठिन होता है परन्तु नियमित अभ्यास के द्वारा इसे आसानी से किया जा सकता है। इस आसन को करने पर अनेक लाभ होते है। यदि आप इस आसन को करने के लिए नए है तो आप किसी कुशल प्रशिक्षक की उपस्थिति में इसका अभ्यास कर सकते है।

नटराजासन को करने का तरीका: Natarajasana Steps

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाए और इस दौरान इस बात का ध्यान रखें की आपकी पीठ बिलकुल सीधी होनी चाहिए।
  • अब अपने दाएं पैर को ऊपर की तरफ उठाये और अपने घुटनो को मोड़ें।
  • साथ ही अपने टखनों को दाएं हाथ से पकड़ ले।
  • इसके बाद अपनी सामर्थ के हिसाब से अपनी पीठ को पीछे की तरफ ले जाए।
  • अब 45 डिग्री तक अपने बाएं हाँथ को सामने की ओर ले जाए साथ ही अपने हाँथ को सीधा रखे।
  • इस बात का भी ध्यान रखे की इस स्थिति में आपका सिर सीधा होना चाहिए और आपकी नजर सामने की तरफ होनी चाहिए।
  • कुछ समय के लिए इसी अवस्था में बने रहे। फिर धीरे धीरे कर के अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाये।
  • इस प्रकार एक चक्र पूरा हो जायेगा। इस प्रक्रिया को बाएं पैर की तरफ से भी करे और ऐसे ही इसके 10 चक्र पूरा कर ले।

नटराजासन के फायदे: Natarajasana Benefits

चेहरे को सुन्दर बनाये

  • चेहरे को सुन्दर बनाने के लिए इस आसन का अभ्यास करना बहुत ही लाभकारी होता है।
  • इसका नियमित अभ्यास करने से चेहरे पर चमक आती है।
  • चेहरे पर ग्लो लाने के लिए इस अभ्यास किया जा सकता है।

मोटापे को कम करे

  • अपने मोटापे को कम करने के लिए अधिकतर लोग परेशान रहते है।
  • यदि आप भी अपने वजन को कम करना चाहते है तो आप इस आसन का अभ्यास कर सकते है।
  • यदि आप इसका अभ्यास रोज करते है तो जल्दी ही आपका वजन कम होने लगता है।
  • यह शरीर से अतिरिक्त चर्बी को बाहर निकाल देता है।
  • जांघो में जमी चर्बी को कम करने के लिए भी आप इस आसन को कर सकते है। इससे जाँघे स्लिम हो जाती है।

याददाश्त बढ़ने में मददगार

  • यदि आप चीजों को रखकर भूल जाते है तो आपको इस आसन का अभ्यास करना चाहिए। यह याददाश्त को बढ़ाने में मदद करता है।
  • साथ ही इस आसन को करने से दिमाग भी तेज होता है।
  • दिमाग के तेज होने से एकाग्रता भी अच्छी रहती है। एकाग्रता के बढ़ने से आप अधिक कार्य को आसानी से कर पाते है। इसलिए इसका नियमित अभ्यास बहुत लाभकारी होता है।

तनाव से निजात दिलाए

  • तनाव भी मोटापे जैसी एक विकट समस्या बन चुकी है जिससे ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति परेशान रहते है।
  • तनाव होने से व्यक्ति को कई बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए तनाव को दूर करना ज़रूरी होता है।
  • इस आसन को यदि रोज किया जाये तो आप तनाव से मुक्ति पा सकते है साथ ही यह आपके मन को भी शांति प्रदान करने में मदद करता है।

शरीर को लचीला बनाए

  • शरीर को लचीला बनाने के लिए भी यह आसन बहुत अच्छा रहता है। इससे शरीर को संतुलित रखने में मदद मिलती है।
  • इस आसन के द्वारा आप अपने शरीर पर नियंत्रण बना सकते है। साथ ही आप शारीरिक रूप से भी स्वस्थ भी रहते है।

नटराजासन के अन्य फायदे

  • नटराजासन के द्वारा पैरों और हाथों को भी मज़बूती मिलती है।
  • इस आसन को करने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
  • यह मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • Nataraja Pose के द्वारा शरीर का रक्त संचार भी अच्छे से होने लगता है। शरीर सुचारु रूप से कार्य करने लगता है। नर्वस सिस्टम भी अच्छा रहता है।
  • आप खुद के निर्णय लेने में समर्थ हो जाते है क्योंकि इससे निर्णय लेने की क्षमता का विकास हो जाता है।
  • इस आसन को करने से घुटने मजबूत होते है साथ ही वृद्धावस्था में होने वाला घुटनो का दर्द भी नहीं होता है। यह घुटनो के दर्द से भी राहत दिलाने में मदद करता है।
  • यह रीढ़ की हड्डी में खिचाव भी लाता है।

नटराजासन को करते समय ध्यान रखने योग्य सावधानियां

  • यदि किसी व्यक्ति को घुटनो में अधिक दर्द बना रहता है तो उसे इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • यदि किसी व्यक्ति को रीढ़ की हड्डी में भी परेशानी हो तो उसे भी इस आसन को नहीं करना चाहिए। यदि आप आसन करना चाहते है तो इसके लिए अपने डॉक्टर से सलाह ज़रुर ले लें।
  • साइटिका रोगी को भी इस आसन को नहीं करना चाहिए।

इस तरह आप इसका अभ्यास कर सकते है साथ ही एक साथ इसके अनेक लाभ भी उठा सकते है। आप इस आसन की जानकारी अपने परिचित को भी दे सकते है ताकि वह भी स्वस्थ्य रख सके।

नोट - इस आसन को प्रतिदिन करना चाहिए तभी इसका सही लाभ मिल सकता है। योग शिक्षक से सीखने के बाद इस योग का अभ्यास आप घर पर भी कर सकते है। सुबह के समय इस आसन का अभ्यास करना बहुत अच्छा रहता है। खाली पेट इस आसन का अभ्यास करे।

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